पाकिस्तान में अभिव्यक्ति की आजादी पर कड़ा पहरा है. बयान देने से पहले सोचना पड़ता है. इस बात की गबाही हाल में हुई एक घटना ने दिया है. ईशनिंदा के एक आरोपी को पुलिस ने मार डाला. जेल में बंद आरोपी को पुलिस के जवान ने मार दिया. गोली चलाने वाले पुलिस को गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल, मारे गए शख्स पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपशब्द का प्रयोग करने का आरोप था.
क्वेटा पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा कि गोली मारने वाले पुलिस जवान को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह जेल में आरोपी का रिश्तार बनकर आया था. जैसे वह सामने आया उसने गोली मार दी. ईशनिंदा के इस आरोपी को इसी सप्ताह की शुरुआत में पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
जानकारी के मुताबिक ईशनिंदा के आरोपी को भीड़ ने घेर लिया था और पीट-पीटकर मारने वाली थी, तभी मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे बचा लिया. आरोपी को शुरुआत में खरोटाबादा पुलिस स्टेशन ले जाय गया. इसके बाद उसे क्वेटा में शिफ्ट कर दिया गया था. मामला पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत का है. बताया जा रहा है कि ईशनिंदा के इस आरोपी को पुलिस ने वेस्टर्न बाईपास इलाके से कस्टडी में लिया था. उस दौरान कट्टरपंथियों ने भारी प्रदर्शन किया था.
प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर टायर जलाकर पुलिस का रास्ता रोकने का प्रयास किया गया था. ईशनिंदा के इस आरोपी के खिलाफ कई इलाकों में रैलियां भी निकाली गई. कट्टरपंथियों ने खारोटाबाद पुलिस स्टेशन पर हैंड ग्रेनेड भी फेंके थे. ग्रेनटे पुलिस स्टेशन के बाहर फटा था.