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अचानक भीड़ में घुस गई तेज रफ्तार कार, हमले में 28 लोग घायल, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

जर्मनी के म्यूनिख में एक व्यक्ति द्वारा अपनी कार लोगों के एक समूह पर चढ़ा देने से कम से कम 28 लोग घायल हो गए है. केंद्रीय रेलवे स्टेशन के पास बड़े पैमाने पर पुलिस अभियान चल रहा है. फिलहाल, पुलिस अधिकारी यह पता लगाने में लगे हैं कि क्या हुआ है?

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Edited By: Mayank Tiwari
जर्मनी के म्यूनिख में कार भीड़ में घुसी, 28 लोग घायल
Courtesy: Social Media

जर्मनी के म्यूनिख शहर में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक कार सवार ने भीड़ को टक्कर मार दी, जिससे कम से कम 28 लोग घायल हो गए है. फिलहाल, पुलिस ने घटना के तुरंत बाद आरोपी को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच-पड़ताल जारी है. बता दें कि, यह घटना शहर के सेंट्रल रेलवे स्टेशन के पास हुई, जिससे क्षेत्र में अफरातफरी मच गई.

घायलों की संख्या में हुई बढ़ोत्तरी

स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, इस हादसे में अब तक 28 लोग घायल हुए हैं. घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि कुछ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. यह घटना शहर के एक व्यस्त इलाके में हुई, जिससे मौके पर भारी भीड़ जमा थी और प्रतिक्रिया त्वरित थी.

ट्रांसपोर्ट यूनियन की रैली से जुड़ी घटना

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना ट्रांसपोर्ट यूनियन 'वर्डी' द्वारा आयोजित एक रैली के स्थल पर घटी. रैली के दौरान ही यह कार दुर्घटना हुई, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह एक दुर्घटना थी या जानबूझकर हमला किया गया. फिलहाल, पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है, जिसमें सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है.

दुर्घटना या जानबूझकर हमला?

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना की प्रकृति अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह एक साधारण दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई जानबूझकर साजिश थी। स्थानीय जनता और यात्रियों में दहशत का माहौल है, और पुलिस हर पहलू की जांच करने के लिए प्रयासरत है.

पिछले साल क्रिसमस मार्केट पर हुआ था हमला

बता दें कि, पिछले साल, जर्मन शहर मैगडेबर्ग में क्रिसमस बाजार में एक आप्रवासी द्वारा भीड़ पर गाड़ी चढ़ाने से छह लोगों की मौत हो गई थी और 200 लोग घायल हो गए थे. इस दौरान अधिकारियों ने संदिग्ध की पहचान सऊदी डॉक्टर के रूप में की है, जिसे भीड़ भरे बाजार में किराए की कार लेकर घुसने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. वह 2006 में जर्मनी आया था और उसे स्थायी निवास की अनुमति मिल गई थी.

उन्होंने कहा है कि वह चरमपंथी हमलों के अपराधियों की सामान्य प्रोफ़ाइल में फिट नहीं बैठता. उस व्यक्ति ने खुद को एक पूर्व मुस्लिम बताया जो इस्लाम का बहुत आलोचक था और सोशल मीडिया पर उसने अति-दक्षिणपंथियों का समर्थन व्यक्त किया था.