जम्मू कश्मीर के पहलगाम जिले में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल बन गया है. ऐसे में एलओसी के दौनों ओर युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं. इस बीच कनाडाई सरकार ने भारत के लिए अपनी यात्रा सलाह को अपडेट करते हुए अपने नागरिकों को जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित क्षेत्र, पाकिस्तान के साथ सीमा क्षेत्रों और अटारी-वाघा क्रॉसिंग, जो वर्तमान में बंद है, उनकी यात्रा से बचने की चेतावनी दी है. यह अपडेट पिछले सप्ताह पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद जारी किया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा सरकार ने अपने आदेश में कहा, "जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी हुई है. हिंसक विरोध प्रदर्शन, नागरिक अशांति और आतंकवाद के चलते काफी जोखिम भरा है. हालांकि, इस चेतावनी में लद्दाख केंद्र शासित क्षेत्र को शामिल नहीं किया गया है. नए आदेश में आगे कहा गया, "आतंकवादी हमले और सुरक्षा बलों के साथ उग्रवादियों के बीच हिंसक झड़पें नियमित रूप से होती हैं. आतंकी हमलों के कारण नागरिकों को भी नुकसान हुआ है.आगे भी किसी भी समय हमले हो सकते हैं. आप गलत समय पर गलत जगह पर हो सकते हैं."
पाकिस्तान सीमा पर भी फैली अस्थिरता
कनाडाई सरकार ने पाकिस्तान के साथ सीमा, विशेष रूप से नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ सुरक्षा स्थिति को अस्थिर बताया, जो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर से अलग करती है. नए आदेश में जिक्र किया गया, "नियंत्रण रेखा के साथ सीमा पार गोलीबारी और गोलाबारी छिटपुट रूप से हो रही है." इसके अलावा, गुजरात, पंजाब और राजस्थान में पाकिस्तान सीमा से 10 किलोमीटर के दायरे में यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है, क्योंकि "सुरक्षा स्थिति अप्रत्याशित है.
भारत में सतर्कता की सलाह
कनाडा ने अपने नागरिकों को भारत में उच्च स्तर की सावधानी बरतने की सलाह दी है. आदेश में "भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का स्तर अचानक बदल सकता है. जहां दोनों देशों के बीच यात्रा करने में आपको कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. यदि किसी देश के अधिकारी को पता चलता है कि आपने हाल ही में दूसरे देश की यात्रा की है, तो आपको जांच का सामना करना पड़ सकता है."