Canada Crime News: कनाडा में एक भारतीय पति ने अपनी पत्नी की चाकू से गोदकर हत्याकर दी. इतना ही नहीं, आरोपी ने पत्नी की मां को वीडियो कॉल करके उसकी लाश दिखाई और पंजाबी भाषा में कहा कि मैंने इसे हमेशा के लिए सुला दिया है. घटना के बाद कनाडा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इधर, भारत में महिला का परिवार घटना के बाद परेशान है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा पहुंचने के एक हफ्ते बाद लुधियाना के एक 50 वर्षीय व्यक्ति ने 15 मार्च को देर रात कनाडा के एबॉट्सफोर्ड में अपनी पत्नी की चाकू मारकर हत्या कर दी. महिला की पहचान जगराओं के मल्लाह गांव निवासी बलविंदर कौर (41) के रूप में हुई है. महिला के परिवार ने कहा कि उनकी बेटी को उसके पति जगप्रीत सिंह उर्फ राजू (50) मूल निवासी लुधियाना ने मार दिया है.
मीडिया से बातचीत में महिला की बहन राजविंदर कौर ने कहा कि मेरी बहन की चाकू मारकर हत्या करने के बाद जगप्रीत ने लुधियाना में मां को वीडियो कॉल किया. इसमें आरोपी ने कहा कि पंजाबी भाषा में कहा कि मैं एहनु सदा लेई सुलाता (मैंने इसे हमेशा के लिए सुला दिया है). पीड़िता की बहन ने कहा कि बलविंदर कौर के कनाडा जाने पर जगप्रीत गुस्से में था. वो उसे वापस भारत जाने के लिए मजबूर कर रहा था. उन्होंने कहा कि दोनों में अक्सर पैसों को लेकर विवाद होता था, क्योंकि इस समय जगप्रीत बेरोजगार था.
कनाडाई मीडिया ने बताया है कि एबॉट्सफोर्ड पुलिस (एबीपीडी) को शुक्रवार 15 मार्च को रात करीब 10:50 बजे वैगनर ड्राइव के पास एक घर में हमले की सूचना मिली थी. जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो उन्होंने बलविंदर कौर (41) को घर के अंदर खून से लथपथ हालत में पाया. हालांकि जांच के दौरान पता चला कि वह मरचुकी है. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया.
लुधियाना के जगराओं के मल्लाह गांव में बलविंदर कौर के बुजुर्ग पिता हिम्मत सिंह (65) सदमे में हैं. बलविंदर उनकी चार बेटियों में से एक थी. कभी दुबई में काम करने वाले हिम्मत सिंह अपनी बीमारी के कारण बिस्तर पर ही रहते हैं. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए राजविंदर कौर ने कहा कि बलविंदर और जगप्रीत की शादी साल 2000 में हुई थी. उनके दो बच्चे हरनूरप्रीत कौर (22) और एक बेटा गुरनूर सिंह (18) हैं. राजविंदर ने बताया कि हरनूरप्रीत करीब चार साल पहले स्टडी वीजा पर कनाडा गई थी. इसके बाद वो बीमार हो गई.
बेटी के बीमार होने पर बहन बलविंदर 2022 में कनाडा चली गईं. हालांकि जब से वह वहां पहुंची तो उसका पति उसे जल्द से जल्द वापस भेजने के लिए दबाव बनाने लगा. उन्होंने कहा कि मेरी बहन अकेले ही सारा खर्च उठा रही थी, क्योंकि जगप्रीत ने काम करना बंद कर दिया था. पहले वह ड्राइवर का काम करता था, लेकिन जब मेरी बहन ने उसे पैसे भेजना शुरू किया तो उसने काम करना बंद कर दिया. बलविंदर न सिर्फ अपनी बेटी के इलाज और पढ़ाई का खर्च अकेले संभाल रहे थी बल्कि जगप्रीत को पैसे भी भेजते थे.