PM Modi Thailand Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थाईलैंड में आयोजित छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान थाई शाही परिवार और शीर्ष अधिकारियों को भारत की समृद्ध संस्कृति और परंपरा से जुड़े अनमोल हस्तशिल्प भेंट किए. ये उपहार न सिर्फ सौंदर्य से भरपूर थे, बल्कि भारत-थाईलैंड के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों की भी याद दिलाते हैं.
बुद्ध की मूर्ति - भारत-थाई सांस्कृतिक रिश्तों का प्रतीक
पीएम मोदी ने थाईलैंड के राजा महा वजीरालोंगकोर्न को सारनाथ शैली में बनी ध्यान मुद्रा वाली पीतल की बुद्ध प्रतिमा भेंट की. यह मूर्ति बिहार से लाई गई थी और गुप्त व पाल शिल्प परंपरा की छाप लिए हुए है. प्रतिमा कमल के आसन पर पद्मासन में बैठे बुद्ध को दर्शाती है, जबकि इसकी पृष्ठभूमि पर दिव्य आकृतियों और पुष्प डिजाइनों की बारीक नक्काशी है. इस भेंट को सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक मानते हुए, एक अधिकारी ने बताया, ''यह मूर्ति धर्म और अध्यात्म की स्थायित्व भावना को दर्शाती है.''
वाराणसी से रानी के लिए रेशमी शॉल
थाई रानी सुथिदा को पीएम मोदी ने वाराणसी से लाई गई सिल्क ब्रोकेड शॉल भेंट की. बेहतरीन रेशम से बनी इस शॉल में ग्रामीण जीवन, देवताओं और प्रकृति के दृश्य बेहद खूबसूरती से बुने गए हैं. इसकी डिजाइन भारतीय लघुचित्रकला और पिचवाई कला से प्रेरित है, जबकि रंगों में लाल, नीला, हरा और पीला जैसे रंगों का तालमेल देखने को मिला.
डोकरा मोर नाव - थाई प्रधानमंत्री के लिए खास तोहफा
वहीं थाईलैंड के प्रधानमंत्री को पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक डोकरा कला से बनी मोर आकार की नाव भेंट की. पीतल से बनी इस कलाकृति में एक आदिवासी नाविक और जटिल नक्काशी देखने को मिली. यह मूर्ति आदिवासी संस्कृति और प्रकृति के प्रति सामंजस्य की भावना को उजागर करती है.
सोने-चांदी के कफलिंक - प्रधानमंत्री की पत्नी के लिए भव्य उपहार
इसके अलावा, थाई पीएम की पत्नी को गोल्ड-प्लेटेड टाइगर मोटिफ कफलिंक्स दिए गए, जिनमें मोती और मीनाकारी का खूबसूरत मेल है. राजस्थान और गुजरात की पारंपरिक तामचीनी कला से सजे ये कफलिंक न केवल सौंदर्य में श्रेष्ठ हैं बल्कि पहनने में भी बेहद आरामदायक हैं.