UK News: क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस ( CPS ) इंग्लैंड और वेल्स में आपराधिक अभियोजन चलाने के लिए प्रमुख सार्वजनिक एजेंसी है ने कहा है कि वह कार चला रही दुर्घटना में शामिल महिला पर कोई आरोप नहीं दायर करेगी. एजेंसी का कहना है कि क्लेयर फ्रीमैंटल नाम की महिला को मिर्गी का दौरा आने की वजह से उसका कार से नियंत्रण हट गया था. इसके बाद कार स्कूल में जा घुसी थी. इस हादसे में भारतीय मूल की नूरिया सज्जाद सहित दो छात्राओं की मौत हो गई थी.
रिपोर्ट के अनुसार, महिला को मिर्गी का दौरा आने के बाद उसका कार से नियंत्रण हट गया, जिसके बाद वह साउथ-वेस्ट लंदन के विबलंडन स्कूल में जा घुसी. इस हादसे में दो आठ वर्षीय स्कूली छात्रों की मौत हो गई. इस हादसे में जान गंवाने वाली भारतीय मूल की लड़की थी. लड़की का नाम नूरिया सज्जाद बताया गया है. 40 वर्षीय महिला ने इस हादसे के बाद अपना ड्राइविंग लाइसेंस छोड़ दिया. जानकारी के मुताबिक, महिला को दोबारा अपना ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने के लिए एक साल तक दौरे से मुक्त रहना होगा.
सीपीएस लंदन होमिसाइड यूनिट की देखरेख करने वाले मुख्य क्राउन अभियोक्ता जसवंत नरवाल के ने इस घटना को अकल्पनीय त्रासदी बताया. उन्होंने कहा कि इस मामले में आपराधिक जांच के साथ आगे बढ़ना सार्वजनिक हित में नहीं होगा. नरवाल का कहना है कि हादसे के वक्त महिला को पहली बार मिर्गी का दौरा पड़ा जिस कारण उसका वाहन से नियंत्रण हट गया. हमें ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जो इस बात की पुष्टि करता हो वह इस बीमारी से पहले से ही पीड़ित थीं या उन्होंने इसकी रोकथाम के लिए कोई उपाय न किया हो. ऐसे में हमें लगता है कि आपराधिक मुकदमा चलाने का कोई आधार नहीं है.
इस हफ्ते CPS के बयान के जवाब में दोनों लड़कियों के परिवारों ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि आज न तो न्याय हुआ है और न ही न्याय होता हुआ दिखाई दे रहा है. उन्होंने कहा, 6 जुलाई 2023 की घटनाओं के सभी पीड़ितों ने कुछ भी गलत नहीं किया. हम सभी अपने घरों से बाहर सबसे सुरक्षित जगह पर थे. हम खुशी से भरे दिन का जश्न मना रहे थे. नूरिया और सेलेना की जान एक पल में चली गई. हममें से कुछ लोग फिर कभी खुशी का अनुभव नहीं कर पाएंगे.