ब्रिटेन में लेबर पार्टी ने 14 साल बाद सत्ता में वापसी कर ली है. 5 जुलाई को आए नतीजों में पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है. उसे 650 में से अब तक 412 सीटें मिली हैं. 3 सीटों पर नतीजे आने बाकी हैं. ब्रिटेन में सरकार बनाने के लिए 326 सीटों की जरूरत होती है. चुनाव के दौरान लेबर पार्टी को लीड करने वाले सर कीर स्टार्मर ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे. कंजर्वेटिव पार्टी 119 सीटें मिली हैं. लेबर पार्टी की जीत के बाद शुक्रवार को पाउंड, ब्रिटिश स्टॉक और सरकारी बांड में बढ़ोतरी हुई. मार्केट के अच्छे दिन आ गए.
ब्लूचिप FTSE 100 इंडेक्स में 0.38% की बढ़त दर्ज की गई, जबकि मिडकैप में 0.4% की बढ़त दर्ज की गई. 10 साल के ब्रिटिश सरकारी बॉन्ड या गिल्ट पर यील्ड 3 बेसिस पॉइंट गिरकर 4.17% पर आ गई, जो मोटे तौर पर अन्य यूरोपीय बाजारों के अनुरूप है. लेबर पार्टी ने 650 सीटों वाली संसद में भारी बहुमत हासिल किया, जबकि ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को पार्टी के लंबे इतिहास में सबसे खराब प्रदर्शन का सामना करना पड़ा.
एबर्डन में विकसित बाजार इक्विटीज के प्रमुख बेन रिची ने कहा, एक शानदार जीत उस तरह की स्पष्टता और स्थिरता प्रदान करती है, जिसकी तेजी से अस्थिर होती दुनिया में इक्विटी बाजारों को जरूरत होती है. यदि नई सरकार यह सही कर लेती है, तो ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली कंपनियों को संभावित रूप से लाभ होगा. मई के अंत में सुनक द्वारा चुनाव की घोषणा के बाद से स्टर्लिंग में तेजी आई है, जो कि अनुमान से पहले है. यह इस साल डॉलर के मुकाबले सबसे मजबूत प्रदर्शन करने वाली प्रमुख मुद्रा है, जिसमें 0.3% की बढ़त हुई है.
सोसाइटी जनरल में एफएक्स और दरों के लिए कॉर्पोरेट शोध के प्रमुख केनेथ ब्रौक्स ने कहा कि हम जानते हैं कि लेबर जीतने जा रही है, इसलिए इससे ज्यादा बदलाव नहीं होगा और यह स्टर्लिंग के लिए कोई बड़ा बदलाव नहीं है. अब हम जानना चाहते हैं कि लेबर की क्या योजनाएं हैं. ब्रिटेन में ऐसा कभी हुआ नहीं है कि 15 साल तक कोई सरकार, बिना हारे हुई चली हो. किसी भी ब्रिटिश पार्टी के नाम ये रिकॉर्ड नहीं दर्ज है. ब्रिटेन में हर 10 से 15 साल पर सत्ता बदल जाती है.