गंभीर हालत से गुजर रही ब्रिटिश नौसेना, 800 युद्धपोतों वाली रॉयल नेवी आज सिर्फ 2 विध्वंसक के सहारे
ब्रिटिश रॉयल नेवी की स्थिति आजकल चिंताजनक स्थिति में है. कभी दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेना, रॉयल नेवी अब बहुत कमजोर हो गई है.
British Royal Navy: 1945 में ब्रिटिश नौसेना के पास 800 से ज्यादा युद्धपोत थे, लेकिन अब इसकी स्थिति बहुत खराब है. वर्तमान में इसके छह टाइप 45 विध्वंसक जहाजों में से केवल दो ही ऑपरेशनल हैं. बाकी चार जहाजों की मरम्मत चल रही है, जिससे यह बेड़ा एक सदी से भी ज्यादा समय में सबसे छोटा हो गया है.
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने इस समस्या को स्वीकार किया है, और यह खुलासा किया गया कि रॉयल नेवी के विध्वंसक बेड़े में भारी कमी आई है. इसके अलावा, ब्रिटिश नौसेना के आठ टाइप 23 फ्रिगेट में से केवल छह ही कार्यरत हैं. इसके कारण ब्रिटेन की सैन्य तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं, खासकर जब चीन और रूस ने यूरोप और आर्कटिक में अपनी नौसैनिक उपस्थिति बढ़ा दी है. ब्रिटेन, नाटो का सदस्य देश होने के कारण रूस के साथ पुराने विवादों में उलझा हुआ है और यूक्रेन को दी गई ब्रिटिश मिसाइलों ने रूस के खिलाफ कई सफल हमले किए हैं.
मेंटीनेंस में ब्रिटेन के जहाज
रॉयल नेवी का यह हाल तब हुआ है जब उसका विध्वंसक बेड़ा HMS डेयरिंग जैसे जहाजों के कारण भी कमजोर हुआ है. HMS डेयरिंग, जो 12 साल पहले कमीशन हुआ था, उसको सक्रिय सेवा के मुकाबले अधिक समय मेंटीनेंस में ही बिताना पड़ा. इसके अलावा, ब्रिटिश नौसेना का युद्धपोत बेड़ा भी बहुत छोटा हो गया है. अब, 14 में से सिर्फ 8 विध्वंसक और फ्रिगेट ऑपरेशनल हैं. इस स्थिति ने ब्रिटेन की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं. सांसदों ने चेतावनी दी है कि ब्रिटेन समुद्री और हवाई हमलों के लिए अधिक संवेदनशील हो सकता है.
दुनिया भर में चल रही जंगों के बीच ब्रिटेन नेवी की हालत खराब होने पर सरकार चिंताग्रस्त हो गई है. रायटर्स ने अपनी रिपोर्ट में इन बातों का खुलासा किया है. माना ये जा रहा है कि अगर इसमें बड़ा बदलाव नहीं हुआ तो देश की सीमा खतरे में पड़ सकती है.