ब्रिटेन के हीथ्रो एयरपोर्ट को शुक्रवार (20 मार्च) को एक विद्युत उपकेंद्र में आग लगने के कारण पूरी तरह से बंद कर दिया गया. इस घटना के कारण यूरोप के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे पर यात्राओं में भारी खलल पड़ा, जिससे सैकड़ों हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. उड़ान ट्रैकिंग सेवा फ़्लाइटरडार 24 ने कहा कि हीथ्रो से आने-जाने वाली कम से कम 1,350 उड़ानें प्रभावित हुईं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लाइट ट्रैकिंग सेवा FlightRadar24 के अनुसार, इस आग के कारण कम से कम 1,350 उड़ानें प्रभावित हुईं है. एयरपोर्ट की बंदी के कारण यात्रियों को अपनी यात्रा फिर से तय करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है. जब एयरपोर्ट बंद किया गया, तब 120 से ज्यादा उड़ानें हवा में थीं, जिनमें से कुछ को मोड़ दिया गया और अन्य को लंदन के बाहर स्थित गैटविक एयरपोर्ट, पेरिस के चार्ल्स डे गॉल एयरपोर्ट या आयरलैंड के शैनन एयरपोर्ट पर डायवर्ट किया गया है.
आग के असर के कारण यात्रियों की बढ़ीं परेशानियां
जॉन एफ. कैनेडी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन आ रहे लॉरेंस हेज़ ने बताया, "यह एक रात्रिकालीन उड़ान थी और मैंने पहले ही पूरा दिन बिता लिया था, इसलिए मुझे नहीं पता कि मैं कब से जागा हूँ." हेज़ को ग्लासगो में डायवर्ट किया गया, और उन्होंने अपनी पत्नी से संपर्क कर ट्रेन टिकट बुक किया.
आग पर काबू और कारणों की जांच
लंदन फायर ब्रिगेड ने कहा कि एयरपोर्ट से लगभग 2 मील दूर स्थित पावर स्टेशन में आग लगने के सात घंटे बाद इसे काबू में कर लिया गया है. ऊर्जा सचिव एड मिलिबैंड ने कहा, "हमें इस आग के कारण के बारे में जानकारी नहीं है, यह एक अभूतपूर्व घटना है." उन्होंने बताया कि आग के कारण एयरपोर्ट का बैकअप जनरेटर भी ठप हो गया था, जिससे एयरपोर्ट को दिनभर बंद रखने का फैसला लिया गया.
हीथ्रो एयरपोर्ट की स्थिति और आने वाले दिनों में देरी
हीथ्रो एयरपोर्ट ने अपने बयान में कहा कि आग के कारण उन्हें एयरपोर्ट बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. एयरपोर्ट ने कहा,"हम आने वाले दिनों में भारी परेशानी की उम्मीद करते हैं और यात्रियों से अनुरोध है कि वे तब तक एयरपोर्ट न आएं जब तक यह फिर से नहीं खुलता.
बिजली संकट और क्षेत्रीय प्रभाव
आग के कारण सैकड़ों घरों में बिजली चली गई और करीब 150 लोगों को खाली कराया गया. स्कॉटिश और साउदर्न इलेक्ट्रिसिटी नेटवर्क्स ने बताया कि बिजली संकट से 16,300 से अधिक घर प्रभावित हुए हैं.