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India Daily

'मुक्का मारा, लात मारी और ले ली जान', गर्लफ्रेंड की हत्या के आरोप में भारतीय मूल के व्यक्ति को मिली कड़ी सजा

अदालत ने खुलासा किया कि सिदपारा का हिंसा का इतिहास रहा है, जिसमें 46 अपराधों के लिए 24 पिछली सजाएं शामिल हैं, जिनमें से कुछ पूर्व भागीदारों के खिलाफ़ धमकी और उत्पीड़न से जुड़ी हुई हैं.

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Edited By: Mayank Tiwari
Britain court order
Courtesy: Social Media

ब्रिटेन की एक कोर्ट ने भारतीय मूल के एक व्यक्ति को अपनी प्रेमिका की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या करने के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. आरोपी ने इंग्लैंड के ईस्ट मिडलैंड्स क्षेत्र स्थित अपने घर में इस अपराध को अंजाम दिया था.हालांकि, पुलिस ने इस घटना को घरेलू उत्पीड़न का मामला बताया और कहा कि पीड़िता को न्याय मिलना महत्वपूर्ण है, जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.

लीसेस्टर क्राउन कोर्ट में पिछले सप्ताह हुई सुनवाई के बाद 50 वर्षीय राज सिदपारा को उसकी प्रेमिका तरनजीत रियाज उर्फ ​​तरनजीत चग्गर की हत्या का दोषी ठहराया गया, जिसके बाद उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. सिदपारा इंग्लैंड के ईस्ट मिडलैंड्स स्थित लीसेस्टर का रहने वाला है. 

जानें क्या है पूरा मामला?

इस मामले में लीसेस्टरशायर पुलिस का कहना है कि, सिदपारा को पिछले शुक्रवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है, जिसमें पैरोल मिलने से पहले उसे कम से कम 21 साल जेल में बिताने का प्रावधान रखा गया है. वे दोनों पिछले पांच महीने से संबंध में थे. इसी साल छह मई को तरनजीत की हत्या हुई थी. आरोपी सिदपारा ने तरबत रोड स्थित अपने घर पर छह मई को एंबुलेंस बुलाई, लेकिन जब एबुलेंस वहां पहुंची तब तक महिला की मौत हो चुकी थी.तरनजीत (44) के चेहरे पर गंभीर चोटें थीं और उसकी कई पसलियां टूटी हुई थीं.

कोर्ट ने सुनवाई के दौरान फैसले में क्या कहा!

वहीं, बीते अक्टूबर में सिदपारा ने शुरू में हत्या की बात कबूल की. इस दौरान उसने दावा किया कि उसने ही चोटें पहुंचाईं, लेकिन उसका रियाज़ को मारने का इरादा नहीं था. हालांकि, अदालत ने लगातार और क्रूर हमले के साक्ष्य सुनने के बाद उसे हत्या का दोषी पाया.

जज विलियम हार्बेज ने सिदपारा को संबोधित करते हुए कहा "यह स्पष्ट है कि आपने उस पर बर्बर और निर्दयी तरीके से हमला किया; आपने लगातार हमले में उसे मुक्का मारा, लात मारी और कुचला. अदालत ने खुलासा किया कि सिदपारा का हिंसा का इतिहास रहा है, जिसमें 46 अपराधों के लिए 24 पिछली सजाएं शामिल हैं, जिनमें से कुछ पूर्व भागीदारों के खिलाफ़ धमकी और उत्पीड़न से जुड़ी हुई हैं.  

जानिए हत्या के मामले में क्या बोले डिटेक्टिव इंस्पेक्टर?

इस मामले में डिटेक्टिव इंस्पेक्टर एम्मा मैट्स ने टिप्पणी करते हुए कहा "तरनजीत की हत्या उस व्यक्ति के हाथों हुई जिसके साथ उसका रिश्ता था. कोई ऐसा व्यक्ति जिसे उसका समर्थन और सुरक्षा करनी चाहिए थी, न कि कोई ऐसा व्यक्ति जिससे उसे डरना चाहिए था कि वह उस पर क्रूरता से हमला करेगा. उन्होंने घरेलू दुर्व्यवहार पीड़ितों की मदद और समर्थन मांगने के महत्व पर जोर दिया.