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India Daily

अमेरिका की 150% टैरिफ धमकी से हिल गया BRICS, ट्रंप का दावा

BRICS, जिसमें भारत सहित पांच देश शामिल हैं, के बीच विभाजन की आशंका जताई जा रही है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह आरोप लगाया है कि उच्च टैरिफ लगाने की चेतावनी के परिणामस्वरूप इस समूह में दरार उत्पन्न हुई है.

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Edited By: Ritu Sharma
Donald Trump
Courtesy: Social Media

Washington: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को दावा किया कि उनकी 150% टैरिफ लगाने की धमकी के बाद ब्रिक्स संगठन कमजोर हो गया, जिसमें भारत भी शामिल है. ट्रंप के मुताबिक, ब्रिक्स देश डॉलर को कमजोर करने की साजिश कर रहे थे, लेकिन उनकी सख्त चेतावनी के बाद यह योजना असफल हो गई.

ब्रिक्स पर ट्रंप की चेतावनी

आपको बता दें कि ब्रिक्स एक अंतर-सरकारी संगठन है जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और यूएई शामिल हैं. ट्रंप ने आरोप लगाया कि ये देश एक नई मुद्रा बनाने और डॉलर को कमजोर करने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने कहा, ''जब मैंने पदभार संभाला, तो मैंने साफ कहा कि अगर कोई ब्रिक्स देश डॉलर के विनाश की बात करेगा, तो उस पर 150% टैरिफ लगाया जाएगा. हमने यह भी स्पष्ट कर दिया कि अमेरिका को उनका सामान नहीं चाहिए. इसके बाद ब्रिक्स देश टूट गए.''

ब्रिक्स को लेकर ट्रंप का दावा

ट्रंप ने यह भी कहा कि 150% टैरिफ की धमकी के बाद ब्रिक्स को लेकर कोई बड़ी गतिविधि नहीं देखी गई है. ''मुझे नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ. हमने हाल ही में ब्रिक्स देशों से कोई खबर नहीं सुनी है.''

ब्रिक्स को लेकर पहले भी दी थी धमकी

बता दें कि इससे पहले, 13 फरवरी को भी ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को चेतावनी दी थी कि अगर वे अमेरिकी डॉलर के खिलाफ कोई कदम उठाते हैं, तो अमेरिका उन पर 100% टैरिफ लगाएगा और व्यापार बंद कर देगा.

क्या ब्रिक्स वास्तव में कमजोर हुआ?

इसके अलावा, ट्रंप के इन बयानों के बावजूद, ब्रिक्स अभी भी सक्रिय रूप से वैश्विक व्यापार और आर्थिक रणनीतियों पर काम कर रहा है. हालांकि, अमेरिका की धमकियों का इस पर क्या असर पड़ा है, यह देखने वाली बात होगी.