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India Daily

उधर यूक्रेन दे रहा गहरे घाव, इधर लॉन्चपैड पर ही फट गया पुतिन का 'शैतान-2'

शैतान 2 मिसाइल को रूस की सबसे शक्तिशाली और सबसे बड़ी अंतरमहाद्वीपीय हाइपरसोनिक मिसाइल माना जाता है. यह मिसाइल 15,880 मील प्रति घंटे की गति से उड़ने में सक्षम है और परमाणु वारहेड ले जाने की क्षमता रखती है.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Big blow to Vladimir Putin, Russia nuclear missile Satan 2 exploded on the launchpad itself

रूस की "शैतान 2" न्यूक्लियर मिसाइल, जिसे व्लादिमीर पुतिन ने एक "अपराजेय" हथियार के रूप में प्रचारित किया था, एक बड़े झटके से गुजर चुकी है. हाल ही में हुए एक परीक्षण में, यह मिसाइल लॉन्चपैड पर ही विस्फोटित हो गई, इससे पुतिन की योजनाओं को एक गंभीर धक्का लगा है. रूस के अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख यूरी बोरिसोव को इस असफलता के कारण बर्खास्त कर दिया गया है.

शैतान 2 मिसाइल: एक अभूतपूर्व असफलता

शैतान 2 (RS-28 Sarmat) मिसाइल को रूस की सबसे शक्तिशाली और सबसे बड़ी अंतरमहाद्वीपीय हाइपरसोनिक मिसाइल माना जाता है. यह मिसाइल 15,880 मील प्रति घंटे की गति से उड़ने में सक्षम है और परमाणु वारहेड ले जाने की क्षमता रखती है. रूस का दावा था कि यह मिसाइल पश्चिमी देशों के लिए अप्रतिबंधित है, लेकिन अब यह साबित हो चुका है कि मिसाइल के परीक्षणों में कई विफलताएं आई हैं.

पुतिन का गुस्सा और बोरिसोव की बर्खास्तगी
पुतिन ने यूरी बोरिसोव को उनकी असफलताओं के कारण हटा दिया. एक स्रोत ने टेलीग्राम चैनल VChK-OGPU से बात करते हुए कहा, "पुतिन का गुस्सा मुख्य रूप से शैतान 2 मिसाइल प्रणाली के उत्पादन और तैनाती में पूरी तरह से असफलता को लेकर था." इस मिसाइल के इलेक्ट्रॉनिक घटकों की आपूर्ति में समस्या और कई परीक्षणों की कमी के कारण रूस को भारी नुकसान हुआ है.

शैतान 2 के परीक्षणों में विफलताएं
सितंबर में प्राप्त उपग्रह चित्रों ने रूस के लॉन्च स्थल पर एक बड़े गड्ढे को दिखाया, जो शैतान 2 के एक असफल परीक्षण के बाद उत्पन्न हुआ था. यह विफलता शैतान 2 के परीक्षणों की चौथी बार थी, जिनमें केवल एक सफल परीक्षण (अप्रैल 2022 में) हुआ था. विश्लेषकों ने इसे "पूर्ण विफलता" बताया, जिसमें मिसाइल ने अपने साइलो में विस्फोट किया और परीक्षण स्थल को नष्ट कर दिया.

पश्चिमी प्रतिबंध और शैतान 2 के विकास पर प्रभाव
रूस के विकास में बाधाएँ डालने वाले पश्चिमी प्रतिबंधों का उल्लेख करते हुए रिपोर्टों ने कहा है कि इलेक्ट्रॉनिक घटकों की गंभीर कमी के कारण शैतान 2 की उत्पादन प्रक्रिया धीमी हो गई है. रूस को विदेशी घटकों की जरूरत है, और इन पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण उत्पादन में देरी हो रही है.

शैतान 2 के बारे में विशेषज्ञों की राय
यूक्रेन के एक सैन्य विशेषज्ञ ओलेक्सांद्र कोवालेन्को ने शैतान 2 को "अविश्वसनीय और खतरनाक" बताया था. उन्होंने कहा था कि रूस परीक्षणों में भी असफल रहा है, जिससे इस मिसाइल की विश्वसनीयता पर सवाल उठता है.

पुतिन का दावा और वास्तविकता
हालांकि पुतिन ने पहले कहा था कि शैतान 2 अब सैनिकों के पास सेवा में है और जल्द ही इसका उपयोग युद्ध के लिए किया जाएगा, लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि यह मिसाइल अभी भी अपने पूर्ण रूप में तैयार नहीं है. पुतिन के लिए यह एक बड़ा झटका है, जो इसे एक महत्वपूर्ण सैन्य शक्ति के रूप में पेश कर रहे थे. पुतिन के इस "शैतान 2" प्रक्षेपण में इस तरह की विफलताएं रूस की सैन्य और तकनीकी क्षमता के बारे में नई चिंताओं को जन्म देती हैं.