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India Daily

हिजबुल्लाह के जख्मों पर नेतन्याहू ने फिर किया वार, ट्रंप को गिफ्ट किया गोल्डन पेजर

इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक स्पेशल गिफ्ट दिया. यह उपहार एक "सोने का पेजर" था, जो एक महत्वपूर्ण घटना का संकेत था.

Benjamin Netanyahu Donald Trump
Courtesy: Social Media

इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक स्पेशल गिफ्ट दिया. यह उपहार एक "सोने का पेजर" था, जो एक महत्वपूर्ण घटना का संकेत था. इस उपहार को देने के दौरान प्रधानमंत्री ने ट्रंप से यह कहा कि यह इज़राइल की उस घातक हमले की याद दिलाता है, जिसमें हिज़्बुल्लाह के सदस्यों को एक पेजर के जरिए निशाना बनाया गया था.

सोने का पेजर और उसका महत्व

सोने का पेजर एक विचित्र उपहार था जो एक कटा हुआ लकड़ी के टुकड़े पर रखा गया था. इस पेजर पर लिखा था, "दोनों हाथों से दबाएं." साथ ही, इस पेजर के नीचे एक सोने की पट्टिका भी थी, जिस पर काले अक्षरों में यह संदेश था " राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, हमारे सबसे अच्छे दोस्त और सबसे बड़े सहयोगी. प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू."

नेतन्याहू ने ट्रंप को यह उपहार इज़राइल के एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन के संदर्भ में दिया. इस ऑपरेशन में, हिज़्बुल्लाह के कई सदस्य इज़राइल के हमलों में मारे गए थे, जो एक पेजर के माध्यम से भेजे गए थे. इन पेजरों से संदेश आते थे, और यदि कोई व्यक्ति संदेश पढ़ने के लिए बटन नहीं दबाता, तो पेजर में विस्फोट हो जाता था.

गिफ्ट मिलने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

ट्रंप ने यह उपहार प्राप्त करने के बाद कहा, यह एक शानदार ऑपरेशन था." ट्रंप का यह बयान यह दर्शाता है कि वह इस हमले की प्रभावशीलता को लेकर काफी प्रशंसा करते थे. इस विशेष मुलाकात के दौरान, ट्रंप ने नेतन्याहू को एक प्रत्युत्तर उपहार भी दिया. उन्होंने नेतन्याहू के साथ एक तस्वीर साइन की और उसमें लिखा, वे एक महान नेता हैं." इस तस्वीर को प्रधानमंत्री के बेटे यायर नेतन्याहू ने इंस्टाग्राम पर शेयर किया.

मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच हुई चर्चा

बेंजामिन नेतन्याहू और डोनाल्ड ट्रंप की यह मुलाकात व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में हुई. ट्रंप के 2024 के चुनाव में बड़ी जीत के बाद यह उनकी वापसी थी और नेतन्याहू उनके साथ पहला विदेशी नेता थे जिनसे मुलाकात की. इस बैठक में गाजा युद्ध, ईरान के खिलाफ रणनीतियां, और इज़राइल- सऊदी अरब सामान्यीकरण समझौते पर चर्चा की गई.