Bangladesh Violence: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने मंगलवार (3 दिसंबर) को देश में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को ढाका स्थित विदेश मंत्रालय कार्यालय में तलब किया. वर्मा को कार्यवाहक विदेश सचिव रियाज हमीदुल्लाह के कार्यालय में बुलाया गया. वहीं, अगस्त में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को हटाए जाने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. ताज़ा विवाद तब शुरू हुआ जब पिछले महीने हिंदू महंत चिन्मय दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, त्रिपुरा के अगरतला में स्थित बांग्लादेश के उप-उच्चायोग में हुई तोड़फोड़ के मामले में प्रणय वर्मा को बुलाया गया. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए त्रिपुरा के अगरतला स्थित उप उच्चायोग में वीजा और वाणिज्य दूतावास से जुड़े कामकाज भी रोकने का निर्णय भी लिया है. हालांकि, इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को मामले में कहा था, "उप-उच्चायोग के कैंपस में जो कुछ भी हुआ वो दुखद और खेदजनक है."वहीं, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि त्रिपुरा पुलिस ने सब कुछ होने दिया.
प्रणय वर्मा को विदेश सचिव रियाज हमीदुल्ला ने किया तलब
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन ने अपनी संक्षिप्त टिप्पणी में मीडिया को बताया, "उन्हें (वर्मा को) आने के लिए कहा गया है. सरकारी समाचार एजेंसी बांग्लादेश संवाद संस्था (बीएसएस) ने कहा कि भारतीय दूत मंगलवार शाम 4 बजे विदेश मंत्रालय कार्यालय में दाखिल हुए. बीएसएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय उच्चायुक्त को कार्यवाहक विदेश सचिव रियाज हमीदुल्ला ने तलब किया है. बांग्लादेश के विदेश कार्यालय के अनुसार, हाल ही में वहां के वाणिज्य दूतावास में हुई घुसपैठ भी एजेंडा में शामिल थी.
जानिए क्या है पूरा मामला?
बता दें कि, पड़ोसी देश बांग्लादेश में इस्कॉन के पूर्व महंत चिन्मय दास की गिरफ्तारी के बाद त्रिपुरा पुलिस ने इस उल्लंघन के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, लापरवाही के कारण तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. वहीं, चौथे पुलिसकर्मी को पुलिस मुख्यालय में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है. फिलहाल, वाणिज्य दूतावास ने अगली सूचना तक अपना परिचालन निलंबित कर दिया है.