बांगलादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को मोहम्मद यूनुस, जो वर्तमान में देश की अंतरिम सरकार के प्रमुख हैं, पर गंभीर आरोप लगाए. हसीना ने कहा कि यूनुस ने बांगलादेश को आतंकवाद और अराजकता का केंद्र बना दिया है.
शेख हसीना ने आरोप लगाया कि यूनुस ने अपने देश को संभालने के लिए बिल्कुल भी अनुभव नहीं दिखाया और कई अपराधों को अनदेखा किया. हसीना ने कहा, "यूनुस ने खुद कहा था कि उसे देश चलाने का कोई अनुभव नहीं है, फिर उसे सरकार चलाने से क्यों नहीं रोका गया?" उनका आरोप था कि जब छात्रों के नेतृत्व में सरकार के कोटा सुधारों के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे थे और कई पुलिसकर्मी मारे गए थे, तब यूनुस ने चुप्पी साधी. हसीना ने यह भी कहा कि यूनुस ने सभी जांच समितियों को खत्म कर दिया और आतंकवादियों को खुली छूट दे दी, जो देश को बर्बाद कर रहे हैं.
शेख हसीना का संघर्ष और संकल्प
शेख हसीना ने यह भी कहा कि उनके खिलाफ चल रही सरकार को जल्द ही समाप्त किया जाएगा. उन्होंने पांच शहीद पुलिसकर्मियों की विधवाओं और उनके बच्चों से वर्चुअल बैठक के दौरान कहा, "मैं लौटकर हमारे पुलिसकर्मियों की मौत का बदला लूंगी." उन्होंने यह भी कहा कि बांगलादेश में कुछ आतंकवादी तत्वों ने जो अराजकता फैलाई है, उसे अब खत्म करना होगा.
हसीना ने इस दौरान अगस्त 5 को हुई उस घटना का भी जिक्र किया, जब उनकी जान लेने की कोशिश की गई थी. उन्होंने कहा, "अल्लाह ने मुझे एक दूसरा जीवन दिया है और मुझे विश्वास है कि यह किसी उद्देश्य के लिए हुआ है. वे मुझे पहले भी मारने की कोशिश कर चुके थे, लेकिन मैं बच गई. मैं फिर से लौटूंगी और न्याय करूंगी."
शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि और न्याय का वचन
हसीना ने शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारों को आश्वासन दिया, "मैं वचन देती हूं कि मैं न्याय करूंगी, जैसे मैंने पहले किया था. हम बांगलादेश के लोगों से न्याय दिलवाएंगे." उन्होंने बांगलादेश के मानवाधिकार उल्लंघनकर्ताओं को कड़ी सजा दिलवाने की बात भी कही.