Balochistan on Way to Separate from Pakistan: आने वाले दिनों में पाकिस्तान से एक और बुरी खबर आ सकती है. आशंका है कि पाकिस्तान एक बार फिर से टूट सकता है. बांग्लादेश के अलग होने के बाद भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के एक बड़े हिस्से में बगाबत की आवाज तेज होने लगी है. पाकिस्तान के सबसे बड़े सूबे बलूचिस्तान में आजादी की मांग उठने लगी है. ताजा घटनाक्रम की बात करें तो पाकिस्तान की ओर से बलोचों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ इस्लामाबाद से लेकर अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी तक प्रदर्शन हो रहे हैं. बलूचिस्तान पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, इलाके में युवाओं के लापता होने और फिर उनकी कथित हत्या के मामले सामने आ रहे हैं.
बलूचिस्तान पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, बलोच लोगों ने पाकिस्तान के इस्लामाबाद में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पाकिस्तान की ओर से प्रायोजित और समर्थित वारदातें उनके यहां हो रही हैं. प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों पर भी सवाल खड़े किए हैं. उधर बलूचिस्तान सरकार ने भी पाकिस्तान सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. आरोप है कि पाकिस्तान बलोचों का दमन करना चाहता है.
जानकारी के मुताबिक हाल ही में बलूचिस्तान के एक युवक बालाच मोला बख्त की मौत हुई है. सामने आया है कि बालाच को करीब एक महीना पहले पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया था. उस पर आरोप था कि उसके पास भारी मात्रा में विस्फोटक मिले थे. हिरासत में रहते समय उसकी संदिग्ध हालातों में मौत हो गई. परिवार वालों का आरोप है कि उसकी मौत पुलिस की बर्बरता के कारण हुई है. साथ ही उन्होंने कहा कि बालाच कोई आतंकी नहीं था, बल्कि वो एक प्रदर्शनकारी था. बालाच की मौत के बाद से ही बलोचों का आक्रोश भड़क गया.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि उनके यहां से युवक लापता हो रहे हैं. इसके बाद उनकी हत्या की जा रही है. पाकिस्तान के खिलाफ आवाज बुलंद करने वालों में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी सबसे ऊपर है. वे काफी लंबे समय से अपनी आजादी की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब ये मांग हिंसक हो रही है.
साथ ही उनका आरोप है कि पाकिस्तान ने बलूचिस्तान की कई खदानों को चीन को दे दिया है. इसका बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने काफी हिंसक रूप से विरोध किया था. कई बार बम धमाके भी हुए थे. इसको देखते हुए पाकिस्तान ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी को आतंकी गुट घोषित किया था. उधर, पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर ने भी बलूचिस्तान के लोगों को आतंकी कहा था.
1. बलूचिस्तान में कॉपर और सोना (गोल्ड) काफी मात्रा में पाया जाता है. साथ ही पाकिस्तान का 40 फीसदी गैस उत्पादन बलूचिस्तान में होता है.
2. बलूचिस्तान, अफगानिस्तान की सीमा से लगा हुआ इलाका है. बलोचों की खुद की भाषा है. उनका कहना है कि पाकिस्तान में उर्दू या फिर पंजाबी मिक्स उर्दू बोली जाती है. आरोप है कि पाकिस्तान उनकी भाषा को खत्म कर रहा है.
3. पाकिस्तान का सबसे बड़ा इलाका होने के बावजूद उनका देश की राजनीति और सेना में कोई भी स्थान नहीं है.
4. बलूचिस्तान का आरोप है कि पाकिस्तान उनके मानवाधधिकारों को कुचल रहा है. उनके लोग अचानक से लापता हो रहे हैं या फिर हिरासत में संदिग्ध मौतें हो रही हैं.
5. बलोचों का आरोप है कि पाकिस्तान उनके कबीलाई ढांचे को खत्म कर रही है. साल 2006 के बाद ये काफी ज्यादा हो गया है.