Pakistan train hijack: पाकिस्तान में 400 यात्रियों से भरी ट्रेन हाईजैक, बलूचिस्तानी आंतकी संगठन ने एक्शन पर दी कत्लेआम की धमकी

पुलिस और रेलवे अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार को हुई गोलीबारी में एक ट्रेन चालक कथित रूप से घायल हो गया. बताया जा रहा है कि ट्रेन क्वेटा से पेशावर जा रही थी, तभी उस पर गोलीबारी की गई.

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पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार (11 मार्च) को पेशावा जाने वाली ट्रेन पर भीषण गोलीबारी की खबर मिली है, जिसके बाद प्रांतीय सरकार ने स्थानीय अधिकारियों को "आपातकालीन कदम" उठाने का निर्देश दिया. दरअसल, पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद के बयान का हवाला देते हुए कहा, "क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर भारी गोलीबारी की खबरें हैं. प्रवक्ता ने कहा कि यह घटना एक संभावित आतंकवादी घटना हो सकती है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उग्रवादी अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली और कहा कि उन्होंने सुरक्षा बलों सहित ट्रेन से लोगों को बंधक बना लिया है. बलूच लिबरेशन आर्मी ने मश्कफ, धादर, बोलन में एक सावधानीपूर्वक प्लान्ड ऑपरेशन किया है, जहां हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया है, जिससे जाफर एक्सप्रेस को रुकना पड़ा है. सेनानियों ने तेजी से ट्रेन पर नियंत्रण कर लिया और सभी यात्रियों को बंधक बना लिया.

BLA ने पाकिस्तान को दी ये चेतावनी!

वहीं, आतंकवादियों ने कहा कि हमले में छह सैन्यकर्मी मारे गए और सैकड़ों यात्री अभी भी बीएलए की हिरासत में हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान ने कोई सैन्य कार्रवाई करने की कोशिश की तो सभी यात्रियों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा.

जानिए पाकिस्तान पुलिस ने क्या कहा?

पुलिस और रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह हमला उस समय हुआ जब ट्रेन, जो बलूचिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी, जिसपर गोलीबारी की गई. वहीं, मंगलवार को हुई गोलीबारी में एक ट्रेन चालक कथित रूप से घायल हो गया. फिलहाल, बचाव दल और सुरक्षा बल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और हमलावरों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. हमले में गंभीर रूप से घायल हुए ट्रेन ड्राइवर की मदद के लिए एक आपातकालीन राहत दल भेजा गया है.

जानिए कौन हैं बलोच लिबरेशन आर्मी?

बता दें कि, बलूचिस्तान, पाकिस्तान का एक संसाधन संपन्न प्रांत हैं. लेकिन संघर्ष-ग्रस्त प्रांत भी है, जहां अलगाववादी समूहों द्वारा स्वतंत्रता या अधिक स्वायत्तता की मांग को लेकर लंबे समय से विद्रोह चल रहा है. इस क्षेत्र में हाल के सालों में सुरक्षा बलों, बुनियादी ढांचे और नागरिकों पर बार-बार हमले हुए हैं.