पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में अलगाववादी आतंकवादियों ने मंगलवार (11 मार्च) को पेशावर जाने वाली ट्रेन पर हमला किया और महिलाओं और बच्चों सहित लगभग 450 यात्रियों को बंधक बना लिया. स्थानीय मीडिया के अनुसार प्रांतीय सरकार ने आतंकवादी संलिप्तता का संदेह जताया और आपातकालीन उपाय शुरू कर दिए.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद के बयान के हवाले से कहा, "क्वेटा से पेशावर जा रही जाफ़र एक्सप्रेस ट्रेन पर भीषण गोलीबारी की ख़बरें हैं. प्रवक्ता ने कहा कि यह घटना संभावित रूप से आतंकवादी घटना हो सकती है. इलाके में भीषण झड़पों में कम से कम 20 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं.
BLA ने ली हमले की जिम्मेदारी
उग्रवादी अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली और कहा कि उन्होंने सुरक्षा बलों सहित ट्रेन से लोगों को बंधक बना लिया है. बीएलए ने कहा,' बलूच लिबरेशन आर्मी ने मशकफ, धादर, बोलन में एक सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध ऑपरेशन किया है, जहां हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया है, जिससे जाफर एक्सप्रेस को रुकना पड़ा है।. सेनानियों ने तेजी से ट्रेन पर नियंत्रण कर लिया और सभी यात्रियों को बंधक बना लिया.
ट्रेन हाईजैक के बाद BLA की पाक सरकार को चेतावनी
बलोच लिबरेशन आर्मी के आतंकवादियों ने कहा कि हमले में छह सैन्यकर्मी मारे गए और सैकड़ों यात्री अभी भी बीएलए की हिरासत में हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान ने कोई सैन्य कार्रवाई करने की कोशिश की तो सभी यात्रियों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा.
उन्होंने कहा, "यह ऑपरेशन मजीद ब्रिगेड, एसटीओएस और फतेह स्क्वाड द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जा रहा है. जो बीएलए की स्पेशल यूनिट हैं. ऐसे में किसी भी तरह की सैन्य घुसपैठ का समान रूप से जोरदार जवाब दिया जाएगा.
BLA की गिरफ़्त में 100 सुरक्षाकर्मी
बीएलए ने कहा कि उसने जाफर एक्सप्रेस हमले के बाद पाकिस्तानी सेना के जमीनी हमले को “पूरी तरह से विफल” कर दिया, क्योंकि उग्रवादियों के साथ भीषण संघर्ष के बाद पाकिस्तानी सेना को “पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा”. हालांकि, सेना ने हवाई हमले और ड्रोन हमले शुरू कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि अगले एक घंटे के भीतर उन्हें फांसी दे दी जाएगी, साथ ही कहा कि आगे की किसी भी सैन्य कार्रवाई के “विनाशकारी परिणाम” होंगे.
बीएलए के प्रवक्ता जींद बलूच ने कहा, "100 से ज़्यादा दुश्मन कर्मी अभी भी बीएलए की हिरासत में हैं. कब्ज़ा करने वाली सेना के पास अभी भी हवाई हमले बंद करने और अपने लोगों को बचाने का मौक़ा है, नहीं तो पाकिस्तानी सेना सभी बंधकों की हत्या की पूरी ज़िम्मेदारी लेगी.