Australia News: ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने देश में प्रवासियों की बढ़ रही संख्या को नियंत्रित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने विदेशी छात्रों के लिए जारी होने वाले वीजा फीस में दो गुना बढ़ोतरी कर दी है. बढ़ी हुई फीस 1 जुलाई से लागू होगी. भारतीय छात्र ऑस्ट्रेलिया में अंतरराष्ट्रीय छात्रों का दूसरा सबसे बड़ा समूह है. इसके अलावा सरकार ने नए नियमों के तहत घोषणा की है कि अस्थायी वीजा धारक अब ऑस्ट्रेलिया के भीतर स्टूडेंट वीजा के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे.
एंथनी अल्बनीज सरकार ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए वीजा फीस 710 ऑस्ट्रेलियन डॉलर से बढ़ाकर 1600 ऑस्ट्रेलियन डॉलर कर दी है. इसका मतलब देश में बड़े पैमाने पर हो रहे प्रवासियों के प्रसार को रोकना है. प्रवासियों की बढ़ती संख्या के कारण देश के घरेलू बाजार पर असर पड़ रहा है. नए वीजा नियमों के तहत अस्थायी वीजा धारक जैसे फ्रेश गेजुएट, समुद्री चालक दल के मेंबर अब ऑस्ट्रेलिया में रहने के दौरान स्टूडेंट वीजा के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे.
ऑस्ट्रेलिया के घरेलू मामलों और साइबर रक्षा मंत्री क्लेयर ओ नील ने कहा है कि यह परिवर्तन हमारी अंतरराष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली को और समृद्ध करने की दिशा में सक्षम होगा. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक छात्रों को ही वीजा मिल सके. इससे देश की आर्थिक वृद्धि को भी बढ़ावा मिलेगा.
सरकारी आंकड़ो के अनुसार, साल 2022 में ऑस्ट्रेलियाई संस्थानों में एक लाख से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ रहे थे. जनवरी से सितंबर 2023 की अवधि के दौरान ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या 1.22 लाख थी. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है. साल 2022-23 की अवधि में इस क्षेत्र ने 3.6 बिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर का योगदान दिया है.