बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार, प्रोफ़ेसर मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश के नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है. यह अपील एक गंभीर स्थिति के बाद आई है, जब बुधवार रात बांग्लादेश की राजधानी ढाका के धानमंडी-32 क्षेत्र स्थित बांग्लादेश के संस्थापक शेख़ मुजीब-उर-रहमान के घर पर हमले की घटना हुई. इस हमले ने पूरे देश में चिंता और असुरक्षा का माहौल उत्पन्न कर दिया है.
प्रोफ़ेसर मोहम्मद यूनुस ने इस हमले के संदर्भ में एक बयान जारी करते हुए कहा, हम बांग्लादेश के सभी नागरिकों से तुरंत पूर्ण कानून और व्यवस्था बहाल करने की अपील करते हैं." उन्होंने कहा कि यह समय है जब सभी बांग्लादेशियों को शांति बनाए रखने की ज़रूरत है, ताकि देश में कोई और अराजकता न फैले और हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे.
सरकार कार्यकर्ताओं की नाराजगी को समझती है
बयान में कहा गया कि संपत्तियों पर हमला करने वाले कार्यकर्ताओं का ग़ुस्सा समझ में आता है क्योंकि उन्हें और उनके रिश्तेदारों और दोस्तों को हसीना सरकार में सालों तक अत्याचार सहना पड़ा था. सरकार कार्यकर्ताओं की नाराज़गी को समझती है कि नई दिल्ली में शरण लेने के बावजूद शेख़ हसीना अपने लड़ाकों के ज़रिए हमारी सामान्य स्थिति में लौटने की कोशिशों में बाधा डाल रही हैं. सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे शांतिपूर्वक अपनी-अपनी जिम्मेदारियां निभाएं और किसी भी प्रकार की हिंसा या अराजकता में भाग न लें.
बांग्लादेश की स्थिति तनावपूर्ण
बांग्लादेश में हाल ही में कई राजनीतिक और सामाजिक घटनाएं हुई हैं, जिनके कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. शेख़ मुजीब-उर-रहमान का घर उस स्थान पर है, जो ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है. इस घर पर हमला न केवल बांग्लादेश की राजधानी ढाका के नागरिकों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक चिंता का विषय बन गया है.