कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों ने फिर मंदिर को निशाना बनाया है. ब्रिटिश कोलंबिया के वैंकूवर में एक गुरुद्वारे को अपवित्र करने के तुरंत बाद, सरे में लक्ष्मी नारायण मंदिर की दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिख दिए. आधिकारिक अकाउंट पर गुरुद्वारा प्रशासन ने कुछ तस्वीरें पोस्ट की हैं.
ऑनलाइन साझा की गई तस्वीरों में मंदिर की दीवारों पर खालिस्तान समर्थक नारे लिखे हुए दिखाई दिए, जिसकी समुदाय के नेताओं और निर्वाचित अधिकारियों ने व्यापक निंदा की. सरे में यह घटना वैंकूवर में खालसा दीवान सोसाइटी द्वारा संचालित रॉस स्ट्रीट गुरुद्वारे में तोड़फोड़ के बाद हुई, जहां दीवारों पर "खालिस्तान जिंदाबाद" जैसे नारे और "मुर्दाबाद" शब्द लिखे हुए थे. कथित तौर पर नारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लक्षित धमकियां शामिल थीं. वैंकूवर पुलिस विभाग ने पुष्टि की है कि मामले की जांच चल रही है.
🚨 We strongly condemn the vandalism of Laxmi Narayan Mandir in BC by Khalistani extremists.
— Canadian Hindu Chamber of Commerce (@chcconline) April 20, 2025
This act of #Hinduphobia has no place in Canada.
We urge swift action & ask all Canadians to stand united against hate.
🛑 Silence is not an option.#CHCC #StopHinduphobia pic.twitter.com/flL0Or6Ezc
सोसाइटी ने कहा कि हम सभी कनाडाई, सिख और सद्भावना रखने वाले लोगों से इस चरमपंथ के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान करते हैं. हमें इन कृत्यों की निंदा करनी चाहिए और शांति, एकता और सम्मान के मूल्यों के प्रति अपनी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करनी चाहिए. यह हमला हम सभी पर हमला है - कनाडा को मजबूत बनाने वाली एकता पर. एकता का आह्वान करते हुए आर्य ने कनाडा में हिंदू और सिख समुदायों से "तत्काल उठ खड़े होने और सरकार के सभी स्तरों पर अधिकारियों से तत्काल, निर्णायक कार्रवाई की मांग करने" का आग्रह किया.
हाल के वर्षों में कनाडा में धार्मिक बर्बरता में वृद्धि देखी गई है. इस साल की शुरुआत में ग्रेटर टोरंटो एरिया में श्री कृष्ण ब्रुंदावन मंदिर को निशाना बनाया गया था. 2023 में, प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रैम्पटन में एक मंदिर को नुकसान पहुंचाने की निंदा करते हुए कहा था, मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं.