Pakistan Naval Air Station Attack: पाकिस्तान के नेवल एयर बेस PNS Siddique पर हमला, बलूचिस्तान-लिबरेशन-आर्मी ने ली जिम्मेदारी
Pakistan News: पाकिस्तना के दूसरे सबसे बड़े नेवल एयर बेस पर बड़ा हमला हुआ है. इस हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ली है.
Pakistan News: पाकिस्तना के दूसरे सबसे बड़े नेवल एयर बेस पर हमला हुआ है. स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार नौसैनिक हवाई स्टेशन, तुर्बत में पीएनएस सिद्दीकी पर सोमवार को हमला हुआ. हथियारबंद लड़ाकों ने नौसेना के स्टेशन को निशाना बनाते हुए अटैक किया है. इलाकों में कई विस्फोट हुए हैं. इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की माजिद ब्रिगेड ने ली है.
मजीद ब्रिगेड बलूचिस्तान में चीन के निवेश की आलोचना करती है और चीन और पाकिस्तान दोनों पर क्षेत्र के संसाधनों का शोषण करने का आरोप लगाती है. बीएलए ने दावा किया कि उसके लड़ाकों ने एयरबेस में घुसपैठ की है. इस हमले के बाद तुरबत में सैन्य गतिविधि तेज हो गई हैं, कई हेलीकॉप्टरों को आसमान में गश्त करते देखा गया. ग्राउंड रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन घंटे से अधिक समय तक भारी गोलीबारी और विस्फोट जारी रहे.
'एक दर्जन से अधिक पाकिस्तानी मारे गए'
हमले के बाद तुर्बत के जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने अस्पताल में आपातकाल लगा दिया है. सभी डॉक्टरों को तुरंत ड्यूटी पर आने के लिए कहा गया है. बलूचिस्तान-लिबरेशन-आर्मी ने दावा किया कि उसने हमले में एक दर्जन से अधिक पाकिस्तानी कर्मियों को मार डाला. इसके अलावा बीएलए ने एक ऑडियो क्लिप भी जारी की, जिसमें कथित तौर पर उसके एक लड़ाके ने पीएनएस सिद्दीकी पर हमला किया.
हॉस्पिटल में आपातकाल घोषित
हमले के बाद टीचिंग हॉस्पिटल टर्बेट में आपातकाल घोषित कर दिया गया, सभी डॉक्टरों को जिला स्वास्थ्य अधिकारी केच द्वारा तुरंत ड्यूटी पर आने का निर्देश दिया गया. कई सड़क मार्ग को बंद कर दिया गया है और इलाके में भारी सेना डिप्लॉयड किया गया है. यह तुर्बत में बीएलए मजीद ब्रिगेड द्वारा सप्ताह का दूसरा और इस साल का तीसरा हमला है.
बीएलए के लड़ाके अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे लड़ाई
इससे पहले 29 जनवरी को बीएलए ने माच शहर को निशाना बनाया था, इसके बाद 20 मार्च को ग्वादर में सैन्य खुफिया मुख्यालय पर हमला किया था. ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी कॉम्प्लेक्स में हुई लड़ाई में 8 लड़ाके मारे गए थे. जबकि, इस हमले में पाक सेना के 2 जवान भी मारे गए थे. चीन के नियंत्रण में ग्वादर बंदरगाह, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) में रणनीतिक महत्व रखता है और बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.