बीजिंग की और बढ़ेगी टेंशन, चीन विरोधी विलियम लाई होंगे ताइवान के नए राष्ट्रपति
Taiwan Elections: द्वीपीय देश ताइवान में 13 जनवरी को हुए आम चुनावों में सत्तारूढ़ दल के प्रेसिडेंट कैंडिडेट विलियम लाई ने जीत हासिल की है.डीपीपी को चीन का कट्टर विरोधी माना जाता है.
Taiwan Elections: द्वीपीय देश ताइवान में 13 जनवरी को हुए आम चुनावों में सत्तारूढ़ दल के प्रेसिडेंट कैंडिडेट विलियम लाई ने जीत हासिल की है. लाई को चीन विरोधी माना जाता है. सत्ताधारी दल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (DPP) की राष्ट्रपति चुनावों में फिर से जीत बीजिंग के लिए बड़ा झटका है.
ताइवानी लोकतंत्र के लिए हर वोट बेशकीमती
प्रेसिडेंट इलेक्शन की दौड़ में लाई चिंग ते ने चुनाव में अपने प्रतिद्वद्वियों KMT से होऊ और ताइवान पीपुल्स पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व ताइपे मेयर को वेन जो को चुनाव में मात दी है. चुनाव से पहले लाई ने ताइवानी लोगों को चुनाव में वोट करने के लिए कैंपेन चलाया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि ताइवान के लोकतंत्र को बचाने के लिए हर वोट बेशकीमती है. इससे पहले डीपीपी 63 सांसदों के साथ ताइवान की सरकार संचालित कर रही थी. इसका नेतृत्व राष्ट्रपति साई इंग-वेन कर रही थीं.
चीन ने सही विकल्प चुनने की दी धमकी
लाई की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी अलग ताइवान पहचान का समर्थन करती है. इसके अलावा वह चीन के क्षेत्रीय दावों को खारिज करती है. इसी कारण चीन ने लाई को अलगाववादी घोषित कर दिया था. चीन ने चुनावों से पहले धमकी देते हुए कहा था कि यदि ताइवानी लोगों को सैन्य संघर्ष से बचना है तो उन्हें ठीक विकल्प को चुनना होगा.
बढ़ेगा चीन के साथ टकराव
इस जीत के साथ ही ताइवान डेमोक्रेटिक पार्टी का तीसरा कार्यकाल है. जीत के बाद पत्रकारों से लाई ने कहा कि यह जीत ताइवान के लोकतंत्र को समर्पित है. विलियम लाई के सत्ता में आने के बाद चीन और इस द्वीपीय देश में तनान बढ़ने की आशंका है. आपको बता दें कि चीन बार-बार ताइवान को लेकर अपना क्षेत्र होने का दावा करता रहा है. कई मौकों पर उसने सैन्य ताकत का भी इस्तेमाल किया है.