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India Daily

एक-एक करके ढेर हो रहे भारत के दुश्मन, अब मारा गया पाकिस्तानी ब्रिगेडियर आमिर हामजा, कौन है कातिल?

भारत को दहलाने वाले आतंकियों का खात्मा हो रहा है. कनाडा से लेकर पाकिस्तान तक, भारत के दुश्मनों को कोई है जो खत्म कर रहा है. आमिर सरफराज के बाद अब एक और हिंदुस्तानी दुश्मन का कत्ल पाकिस्तानी सरजमीन पर हुआ है. कश्मीर के सुंजवान में साल 2018 में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड आमिर हामजा मारा गया है.

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Edited By: India Daily Live
Amir Hamza
Courtesy: Social Media

पाकिस्तान के रिटायर्ड आर्मी ब्रिगेडियर और ISI का बड़ा चेहरा आमिर हामजा मारा गया है. पंजाब में अज्ञात हमलावरों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी है. आमिर हामजा, भारत के सबसे बड़े दुश्मनों में से एक था. उसने कश्मीर घाटी को दहलाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए वह बड़ा खतरा बना था. आमिर हामजा कश्मीर में दहशत फैलाने की साजिश रचता था. सुंजवान के आर्मी कैंप पर साल 2018 में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड आमिर हामजा को ही माना जाता है.

आमिर हामजा की इस साजिश में 6 भारतीय सैनिक मारे गए थे, वहीं 12 से ज्यादा जवान बुरी तरह जख्मी हो गए थे. वह सुंजवान हमले में शामिल दूसरा आतंकी है, जिसकी हत्या हुई है. बीते साल नवंबर में लश्कर के कमांडर ख्वाजा शाहिद उर्फ मिया मुजाहिद का पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में खात्मा हुआ था.

जिस वक्त हमला हुआ, आमिर हामजा कार में सवार था, उसकी पत्नी और बेटी भी उसी कार में सवार थीं. उन्हें भी चोटें आई हैं. शूटर सिर्फ आमिर हामजा को मारने आए थे. हमला पंजाब के झेलम जिले में हुआ था. हामजा की कार पर मोटरसाइकिल पर सवार होकर 4 लोगों ने धड़ाधड़ गोलियां बरसाईं और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया. हमलावर कौन हैं, अभी तक पहचान सामने नहीं आई है.

किसने किया आमिर हामजा का कत्ल?

पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि कार झेलम में लीला इंटरचेंज पर जैसे ही पहुंची थी, तभी दो बाइकों पर सवार चार लोगों ने उसे दोनों तरफ से घेर लिया. झेलम पुलिस ने कहा कि पीछे बैठे लोगों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, और उसके बाद मौके से भाग गए. पाकिस्तान में 'अनजान' हमलावरों की संख्या बढ़ गई है. पाकिस्तानी सरकार को लगता है कि भारतीय एजेंसियां ये कत्ल करा रही हैं लेकिन भारत ऐसे किसी भी हमले से इनकार करता रहा है.

भाई पर हत्या का शक!

पाकिस्तान के एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने लिखा, 'हामजा का भाई अयूब हमले का गवाह था. वह हमले के वक्त बाइक पर था और कार के पीछे चल रहा था. उसी ने शिकायत दी है लेकिन पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. यह टार्गेट किलिंग है, इसके बारे में हम छानबीन कर रहे हैं.'

ISI का लाडला था आमिर हामजा 

आमिर हामजा, पाकिस्तान में आला कद का अधिकारी रहा है. वह इमरजेंसी सर्विस एकेडमी का डायरेक्टर था. वह ISI का अहम अधिकारी था. भारत में ISI गतिविधियों को चलाने वाले गुनहगार, चुन-चुनकर कर खत्म कर रहे हैं. कौन कर रहा है, किसी को कोई खबर नहीं है.

चुन-चुनकर मारे जा रहे भारत के गुनहगार

इसी साल अप्रैल में, ISI का गुर्गा आमिर सरफराज भी मारा गया था. लाहौर में कुछ अज्ञात हमलावर उसे मारकर फरार हो गए थे. उसे पुलिस सिक्योरिटी भी मिली थी. दिसंबर में कराची में लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर और सुरक्षाबलों के काफिले पर हमले की साजिश रचने वाले अदनान अहम उर्फ अबू हंजाला को अनजान लोगों ने मार डाला था. साल 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले जैश-ए-मुहम्मद के आतंकवादी शाहिद लतीफ की भी मौत हो गई थी. उसे अक्टूबर में सियालकोट की एक मस्जिद में अज्ञात हमलावरों ने ढेर कर दिया था.