क्रेमलिन समर्थित मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि रूस की जेलें अब बच्चों का यौन शोषण करने वाले और रेपिस्टों से भरी हुई हैं. ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि पुतिन ने जेल में बंद सभी हत्यारों को आजाद कर दिया है. जनवरी 2023 में रूस की जेलों में 433,006 कैदी थे, तीन जनवरी तक यह संख्या तेजी से घटकर 313,000 हो गई.
पुतिन ने जेल से क्यों रिहा कर दिए हत्यारे
जेल में बंद सभी हत्यारों को रिहा करने के पीछे दुनियाभर की मीडिया में यही रिपोर्ट किया जा रहा है इन हत्यारों को यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए फ्रंट लाइन पर लड़ने की अनुमति दी जाएगी और इसके बदले उन्हें रिहाई या मौत दी जाएगी. हत्यारों को रिहा करने के बाद जेल में अब जो लोग अपराधी बचे हुए हैं उनमें से अधिकतर बाल यौन अपराधी और बलात्कारी हैं. रिहा किये गए हत्यारों में 62 प्रतिशत पुरुष हैं जिनकी उम्र 30 से 49 साल के बीच है.
पुतिन के फैसले के बाद हत्यारे सड़क पर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुतिन ने जेल अधिकारियों से इस बाबत समझौता किया है और इस समझौते के बाद अब दुर्दांत अपराधी सड़कों पर घूम रहे हैं. इन अपराधियों को केवल एक ही शर्त पर रिहा किया गया है कि वे बॉर्डर पर सबसे आगे रहकर यूक्रेन में तांडव मचाएं, नरसंहार करें और मर जाएं.