इजरायल के समर्थन में उतरा अमेरिका और ब्रिटेन, हूती विद्रोहियों को बनाया निशाना, होदेइदाह में की जबरदस्त एयरस्ट्राइक

इन एयरस्ट्राइक्स से हूती गुट के खिलाफ दबाव और बढ़ जाएगा, क्योंकि यह ठिकाने विद्रोहियों के महत्वपूर्ण सैन्य संसाधन थे. यमन के संघर्ष में कई सालों से चल रही हिंसा में हज़ारों लोग मारे गए हैं और लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं.

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अमेरिकी और ब्रिटिश नौसैनिक गठबंधन ने यमन के होदेइदाह प्रांत पर दो हवाई हमले किए। हमलों में प्रांत के दक्षिण-पश्चिम स्थित अट-तुहैता जिले को निशाना बनाया गया। यह जानकारी हूती मीडिया ने दी है. दरअसल,अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन ने यमन की राजधानी सना में छह एयरस्ट्राइक किए, जिनमें रक्षा मंत्रालय, एक शस्त्रागार मरम्मत केंद्र और अल-अर्दी सुरक्षा परिसर को निशाना बनाया गया. इन हमलों से हूथी विद्रोहियों के सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचने की खबरें हैं.

न्यूज एजेंसी आईएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, हूती मीडिया ने हालांकि और ज्यादा जानकारी नहीं दी है, लेकिन जिले के निवासियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि शक्तिशाली विस्फोटों ने उनके घरों को हिलाकर रख दिया. हालांकि, यूएस सेंट्रल कमांड ने अभी तक घटनाओं पर कोई टिप्पणी नहीं की है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक हूती ग्रुप के अल-मसीरा टीवी ने बताया कि संगठन, नियमित रूप से इजरायल के खिलाफ रॉकेट और ड्रोन हमले कर रहा है.

गठबंधन ने हूती ग्रुप के कब्ज़े वाली यमन की राजधानी सना पर किया था अटैक

यह हवाई हमले उस समय किए गए जब यमन में हौथी विद्रोहियों और गठबंधन सेनाओं के बीच संघर्ष तेज हो गया है. अमेरिका और सऊदी अरब द्वारा समर्थित गठबंधन, हूथी विद्रोहियों के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई को लगातार बढ़ा रहे हैं, जबकि हूथी गुट अपनी ओर से सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पर हमले जारी रखते हैं. इससे पहले 27 दिसंबर को गठबंधन ने हूती ग्रुप के कब्ज़े वाली यमन की राजधानी सना पर हवाई हमला किया था, जिसमें शहर में फर्स्ट आर्मर डिवीजन को निशाना बनाया गया था.

गठबंधन ने इससे पहले भी हूती साइट्स को बनाया था निशाना

फर्स्ट आर्मर डिवीजन हूती ग्रुप की एक मिलिट्री साइट है. हवाई हमले ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया, और टारगेटेड साइट्स पर एम्बुलेंसों के दौड़ने की आवाज़ें सुनी गईं. बीते 22 दिसंबर को, गठबंधन ने यमन के लाल सागर बंदरगाह शहर होदेइदाह में एक हूती साइट्स को निशाना बनाया था. 

जानिए क्या है पूरा मामला?

बता दें कि, पिछले साल अक्टूबर में गाजा संघर्ष छिड़ने के बाद से हूती ग्रुप लाल सागर में 'इजरायल से जुड़े' शिपिंग पर भी निशाना साध रहा है. इसके अलावा वह नियमित रूप से इजरायली शहरों पर रॉकेट और ड्रोन हमले कर रहा है. हूती ग्रुप का कहना है कि ऐसा वह गाजा में फिलिस्तीनियों के प्रति समर्थन जताने के लिए कर रहा है. हूती विद्रोहियों के हमलों के जवाब इजरायल समय-समय पर देता रहा है. वहीं, क्षेत्र में तैनात अमेरिकी नेतृत्व वाली नौसेना गठबंधन हूती ग्रुप को रोकने के प्रयास में जनवरी से ही उसके पर एयर स्ट्राइक कर रही है.