Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को घोषणा की कि अमेरिका जल्द ही यूक्रेन के साथ खनिज और प्राकृतिक संसाधन समझौते पर हस्ताक्षर करेगा. इस समझौते के तहत अमेरिका को यूक्रेन में संसाधन निकालने से होने वाले लाभ का एक हिस्सा मिलेगा. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका और यूक्रेन ने पहले ही इस समझौते पर सहमति जता दी थी और इसे जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा. ट्रंप का मानना है कि यह समझौता यूक्रेन द्वारा अमेरिका को दिए गए समर्थन के बदले की तरह है.
व्हाइट हाउस में ट्रंप की घोषणा
बता दें कि व्हाइट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ट्रंप ने कहा, ''हम यूक्रेन और रूस के मामले में काफी अच्छा कर रहे हैं. हम जल्द ही यूक्रेन के साथ दुर्लभ पृथ्वी खनिजों से संबंधित एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं. उनके पास इन खनिजों का बहुत बड़ा भंडार है, जिसकी हम कद्र करते हैं.'' वहीं, ट्रंप ने आगे बताया कि उन्होंने अमेरिका में महत्वपूर्ण खनिजों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने इस निर्णय को अमेरिका के लिए 'एक बड़ी उपलब्धि' बताया और कहा कि यह देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगा.
खनिज सौदे पर ट्रंप-जेलेंस्की के बीच विवाद
बताते चले कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही यूक्रेन के साथ दुर्लभ खनिजों के सौदे पर बातचीत जारी थी, लेकिन पिछले महीने ओवल ऑफिस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ उनकी बैठक के दौरान तीखी बहस हो गई थी, जिससे वार्ता अस्थायी रूप से रुक गई थी. हालांकि, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बुधवार को स्पष्ट किया कि अमेरिका अब सिर्फ खनिज समझौते तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए दीर्घकालिक शांति वार्ता की ओर भी ध्यान केंद्रित करेगा.