सीरिया और इराक में अमेरिका की एयरस्ट्राइक, 40 आतंकी ढेर
अमेरिका ने सीरिया और इराक में ईरान समर्थित मिलीशिया समूह के 85 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया. इसमें करीब 40 लोगों के मारे जाने की सूचना है.
शनिवार को अमेरिका ने तीन सैनिकों की मौत का बदला लेने के लिए सीरिया में ईरान समर्थित मिलीशिया (सशस्त्र संगठन) के 85 से ज्यादा ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं. इन हमलों में करीब 40 लोग मारे गए हैं. हमलों में अमेरिकान ने बी-1 विमानों का भी प्रयोग किया है. इसके अलावा यहां पर मिसाइल भी दागी गई हैं.
आने वाले दिनों में भी जारी रहेंगे हमले
इन हमलों से अमेरिका ने यह साफ कर दिया है कि आने वाले दिनों में भी हमले जारी रहने वाले हैं. गाजा में जारी इजरायली हमलों के साथ ही अमेरिका की इस कार्रवाई से पश्चिमी एशिया में तनाव बढ़ गया है. अमेरिकी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल इगलस सिम्स ने बताया कि सीरिया और इराक में सशस्त्र संगठनों के शस्त्रागारों को भी हमले में निशाना बनाया गया है. हमले में वहां पर रखे गोला-बारूद नष्ट हो गए हैं. अमेरिकी कार्रवाई के काफी देर बाद तक भी वहां पर धमाके होते रहे. अमेरिकी कार्रवाई में इराक में 16 लड़ाके मारे गए हैं और 23 के करीब घायल हुए हैं. इराक सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा की है. इसके साथ ही सीरिया में 23 लड़ाके मारे गए हैं. इस पर ईरान के राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने कहा है कि हम युद्ध की शुरुआत नहीं करेंगे. हालांकि किसी ने हमला किया तो हम उसका मजबूती के साथ जवाब अवश्य देंगे.
अमेरिकी हमलों से बढ़ा तनाव
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ने इन हमलों से क्षेत्र में तनाव और अस्थिरता बढ़ गई है. इजरायल और अमेरिका की गलतियों से गाजा के लेबनान,यमन, सीरिया और इराक में टकराव शुरू हो गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका क्षेत्र में अशांति फैलाने का खतरनाक काम कर रहा है.
इस पर अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड आस्टिन ने कहा है कि हम मध्य-पूर्व या अन्य कहीं भी टकराव नहीं चाहते हैं. हम अमेरिकी सैनिकों पर हमला बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं. ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड और उससे जुड़े संगठनों के खिलाफ अमेरिका की कार्रवाई की यह एक शुरुआत है. ताजा कार्रवाई राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर की गई है. ब्रिटेन में अमेरिकी कार्रवाई के समर्थन की घोषणा की गई है.
अमेरिकी सैनिकों पर हुए हैं 160 हमले
अमेरिकी सेना की ओर एक बयान जारी हुआ है, जिसमें बताया गया है कि सीरिया और ईराक में किए गए हमलों में मिलीशिया के कंट्रोल रूम, रॉकेट, मिसाइल, ड्रोन भंडारों और अन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है. अमेरिका की ओर से यह कार्रवाई 7 अक्टबूर के बाद उसके इराक और सीरिया में स्थित सैन्य ठिकानों पर 160 से ज्यादा हमलों के बाद की गई है. 28 दजनवरी को जार्डन के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी. इसके साथ ही 40 से अधिक अन्य लोग घायल भी हो गए थे. इसके बाद अमेरिका ने ताजा कार्रवाई की है.