Moscow Concert Attack: रूस ने कहा है कि उसने मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल पर आतंकी हमला करने वाले 4 बंदूकधारियों समेत कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया है, साथ ही कहा कि इस हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 150 हो गई है.
बता दें कि यह हमला शुक्रवार को मॉस्को के उत्तरी उपनगर क्रास्नोगोर्स्क में स्थित क्रोकस सिटी हॉल में हुआ था और आतंकी संगठन ISIS के क्षेत्रीय समूह ISIS खुरसान (ISIS-K) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. इस हॉल में एक संगीत समारोह होना था जिसमें शामिल होने के लिए लोग वहां इकट्ठा हुए थे.
यूक्रेन भागने की फिराक में थे हमलावर
वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि सभी बंदूकधारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है ये चारों आरोपी यूक्रेन भागने की फिराक में थे, हालांकि कीव ने इस हमले में यूक्रेन के शामिल होने के आरोपों को बेतुका बताया है. राष्ट्रपति पुतिन ने इस हमले को एक बर्बर आतंकी कृत्य बताते हुए 24 मार्च को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की.
वहीं अमेरिका ने कहा कि ISIS-K का दावा विश्वसनीय है और यूक्रेन इस हमले के लिए जिम्मेदार नहीं है. अमेरिकी दूतावास ने कहा कि हमने हमले से दो हफ्ते पहले कहा था कि चरमपंथी समारोहों में इकट्ठा भीड़ को निशाना बना सकते हैं.
क्या ताजिकिस्तान से आए थे चारों आतंकी
हालांकि रूस के कुछ टेलिग्राम चैनलों कहा कहना है कि कुछ आरोपी मध्य एशियाई देश ताजिकिस्तान से थे. वहीं ताजिकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसे मॉस्को से इस हमले में उसके नागरिकों के शामिल होने की कोई सूचना नहीं मिली है.
कॉन्सर्ट हॉल में कैसे घुसे
रिपोर्ट्स के मुताबिक कॉन्सर्ट हॉल में प्रवेश करने के दौरान वे लोग बिल्कुल साधारण लग रहे थे, ऐसा लग रहा था कि वो इस कॉन्सर्ट का हिस्सा बनने आए हैं लेकिन उन लोगों ने कॉन्सर्ट हॉल को खून से नहला दिया. यह रूस में कम से कम एक दशक के भीतर हुआ सबसे बड़ा हमला है.
दम घुटने और गोली लगने से मरे लोग
मृतकों की संख्या बढ़ने के साथ ही घायलों की संख्या कम होती जा रही है. अभी भी अस्पतालों में 100 से ज्यादा लोगों का इलाज चल रहा है. रूस के प्रशासन ने कहा कि इस हमले में लोग दो तरह से मरे. कुछ लोग गोलियों का शिकार हुए जबकि कुछ लोग हॉल में आग लगने के बाद दम घुटने से मर गए. जांच समिति ने बताया कि हॉल में आग लगाने के लिए आतंकवादियों ने एक ज्वलनशील द्रव्य का इस्तेमाल किया था.