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सीरिया में अलावाइट समुदाय के लोगों को क्यों दी जा रही बड़े पैमाने पर फांसी?

सीरिया की 1.7 मिलियन आबादी (लगभग 9%) वाला अलावाइट समुदाय शिया इस्लाम की एक शाखा का अनुयायी है. सुन्नी जिहादी समूह उन्हें विधर्मी मानते हैं. 13 साल के गृहयुद्ध में अलावाइट सेना और अर्धसैनिक बलों में प्रमुख थे और उन पर असंतुष्टों के खिलाफ अत्याचार के आरोप लगे. अब सत्ता परिवर्तन के बीच वे बदले की आशंका से डरे हुए हैं.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Alawite community members being hanged on a large scale in Syria

सीरिया के भूमध्यसागरीय तट पर हाल के दिनों में हिंसा अपने चरम पर पहुंच गई है. इस हिंसा का मुख्य निशाना अलावाइट अल्पसंख्यक समुदाय बना है. आधिकारिक आंकड़े अभी सामने नहीं आए हैं, लेकिन सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि 1,225 नागरिक मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर अलावाइट हैं. वहीं, ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW) ने कहा कि "सैकड़ों" लोग इस हिंसा में मारे गए हैं. यह खूनी मंजर पिछले दिसंबर में पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के सत्ता से हटने के बाद शुरू हुआ. असद के समुदाय से ताल्लुक रखने वाले अलावाइट अब उनके दमनकारी शासन की सजा के डर में जी रहे हैं.

नई सरकार ने किया हत्यारों को सजा देने का वादा

सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शारा, जो पहले हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेता थे, ने इन हत्याओं के दोषियों को सजा देने का वादा किया है. इसके लिए एक जांच समिति भी गठित की गई है. प्रत्यक्षदर्शियों और मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, पिछले गुरुवार से अलावाइट बहुल तटीय इलाकों में बड़े पैमाने पर हमले हो रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता थामीन अल-खीतान ने मंगलवार को बताया, "कई भयावह मामलों में पूरे परिवारों—महिलाओं, बच्चों और गैर-लड़ाकों सहित—को मार डाला गया. ये हमले मुख्य रूप से अलावाइट कस्बों को निशाना बनाकर किए गए." 

लताकिया प्रांत के एक अलावाइट गांव में एक बचे हुए व्यक्ति ने बताया कि उसने अपने सामने एक चार लोगों के परिवार को दीवार के सामने गोली मारते देखा. जबले शहर के एक निवासी ने कहा, "मेरे 50 से ज्यादा रिश्तेदार और दोस्त मारे गए हैं. शवों को बुलडोजर से इकट्ठा कर सामूहिक कब्रों में दफनाया गया." सोशल मीडिया पर शवों के ढेर और नजदीक से की गई हत्याओं के वीडियो सामने आए हैं, हालांकि इनकी स्वतंत्र पुष्टि अभी नहीं हुई है.


हिंसा के पीछे कौन?
इन हत्याओं की जिम्मेदारी किसी एक समूह ने नहीं ली है. एचआरडब्ल्यू के अनुसार, तारतुस और लताकिया जैसे इलाकों में अज्ञात सशस्त्र समूहों ने हमले किए. ये लड़ाके इदलिब—जो पहले एचटीएस का गढ़ था—और तुर्की समर्थित पूर्वी क्षेत्रों से आए थे. एचटीएस, जो पहले अल-कायदा की सीरियाई शाखा का हिस्सा था, अब भंग हो चुका है और नई सुरक्षा बलों में शामिल हो गया है. 

सीरिया विशेषज्ञ सेड्रिक लैब्रूस ने बताया कि कम से कम तीन गुट इसमें शामिल हैं: नई सरकार के खिलाफ सीरियाई समूह, तुर्की समर्थक नए सीरियाई सेना के समर्थक सरदार, और विदेशी जिहादी. जनवरी में नई सरकार ने किर्गिज, उज्बेक और चेचन जैसे विदेशी लड़ाकों को क्षेत्र से निकाल दिया था. एचआरडब्ल्यू ने जोर दिया कि "अत्याचारों की जवाबदेही सभी पक्षों पर लागू होनी चाहिए," जिसमें एचटीएस भी शामिल है.

सरकारी बलों पर हमले
असद के हटने के बाद तटीय क्षेत्रों में तनाव बना हुआ है. पिछले गुरुवार को सरकारी बलों, इमारतों और अस्पतालों पर समन्वित हमले हुए. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 231 सुरक्षाकर्मी मारे गए, जबकि ऑब्जर्वेटरी ने 250 असद समर्थक लड़ाकों की मौत की बात कही. ये हमले असद-युग के जनरल घियाथ डल्ला के सोशल मीडिया पर "सीरिया मुक्ति सैन्य परिषद" बनाने की घोषणा के बाद हुए. डल्ला, जो असद के भाई माहेर अल-असद की चौथी ब्रिगेड का पूर्व अधिकारी था, नई सरकार के खिलाफ प्रतिरोध से जुड़ा है.

अलावाइट समुदाय का डर
सीरिया की 1.7 मिलियन आबादी (लगभग 9%) वाला अलावाइट समुदाय शिया इस्लाम की एक शाखा का अनुयायी है. सुन्नी जिहादी समूह उन्हें विधर्मी मानते हैं. 13 साल के गृहयुद्ध में अलावाइट सेना और अर्धसैनिक बलों में प्रमुख थे और उन पर असंतुष्टों के खिलाफ अत्याचार के आरोप लगे. अब सत्ता परिवर्तन के बीच वे बदले की आशंका से डरे हुए हैं.

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