USA News: अमेरिकी कोर्ट ने हाल ही में एक फैसला सुनाया कि अलाबामा के एक कैदी को मौत की सजा देने के लिए नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल होगा. बता दें कि 58 साल के केनेथ यूजीन ने साल 1988 में एक धर्मगुरु की पत्नी की हत्या करने की सुपारी ली थी. वह पिछले 35 सालों से अलाबामा जेल में सजा काट रहा है. इस आरोप में स्मिथ को इस महीने की 25 या 26 जनवरी को मौत की सजा दी जाएगी. इससे पहले यूएन नाइट्रोजन हाइपोक्सिया की मदद से मौत की सजा देने को अमानवीय करार दे चुका है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी कैदी को नाइट्रोजन गैस के जरिए मौत की सजा दी जाएगी. इससे पहले जहरीले इंजेक्शन से जरूर मौत की सजा दी जा चुकी है. नाइट्रोजन गैस से सजा देने का यह पहला मामला होगा.
"Nitrogen gas has never been used in the United States to execute human beings"- Ravina Shamdasani, spokesperson for the @UNHumanRights office on Kenneth Eugene Smith's execution due to happen on January 25 in Alabama⤵️ pic.twitter.com/BtCmniSJ4G
— UN News (@UN_News_Centre) January 16, 2024
साल 1988 में केनेथ यूजीन स्मिथ सहित एक और व्यक्ति को धर्मगुरु ने अपनी पत्नी की हत्या करने के लिए 1000 डॉलर दिए थे. इस मामले में उसे दोषी करार दिया गया था. तब से वह इस मामले में लंबे समय से जेल की सजा काट रहा है. 2022 में केनेथ ने जहरीले इंजेक्शन से सजा देने की मांग की थी हालांकि वह बच गया था. आमतौर पर मौत की सजा काट रहे लोगों को फांसी की सजा होती ह. बीते कुछ सालों में मौत की सजा देने के तरीकों में बदलाव आए हैं.