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India Daily

अमेरिका में नाइट्रोजन गैस से दी जाएगी पहली सजा-ए-मौत, UN कर चुका है विरोध

USA News: अमेरिकी कोर्ट ने हाल ही में एक फैसला सुनाया कि अलाबामा के एक कैदी को मौत की सजा देने के लिए नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल होगा.

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Edited By: Shubhank Agnihotri
UN

हाइलाइट्स

  • नाइट्रोजन गैस से सजा का पहला मामला 
  • धर्मगुरु की पत्नी की हत्या का आरोप 

USA News: अमेरिकी कोर्ट ने हाल ही में एक फैसला सुनाया कि अलाबामा के एक कैदी को मौत की सजा देने के लिए नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल होगा. बता दें कि 58 साल के केनेथ यूजीन ने साल 1988 में एक धर्मगुरु की पत्नी की हत्या करने की सुपारी ली थी. वह पिछले 35 सालों से अलाबामा जेल में सजा काट रहा है. इस आरोप में स्मिथ को इस महीने की 25 या 26 जनवरी को मौत की सजा दी जाएगी. इससे पहले यूएन नाइट्रोजन हाइपोक्सिया की मदद से मौत की सजा देने को अमानवीय करार दे चुका है. 


नाइट्रोजन गैस से सजा का पहला मामला 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी कैदी को नाइट्रोजन गैस के जरिए मौत की सजा दी जाएगी. इससे पहले जहरीले इंजेक्शन से जरूर मौत की सजा दी जा चुकी है. नाइट्रोजन गैस से सजा देने का यह पहला मामला होगा. 

धर्मगुरु की पत्नी की हत्या का आरोप 

साल 1988 में केनेथ यूजीन स्मिथ सहित एक और व्यक्ति को धर्मगुरु ने अपनी पत्नी की हत्या करने के लिए 1000 डॉलर दिए थे. इस मामले में उसे दोषी करार दिया गया था. तब से वह इस मामले में लंबे समय से जेल की सजा काट रहा है. 2022 में केनेथ ने जहरीले इंजेक्शन से सजा देने की मांग की थी हालांकि वह बच गया था. आमतौर पर मौत की सजा काट रहे लोगों को फांसी की सजा होती ह. बीते कुछ सालों में मौत की सजा देने के तरीकों में बदलाव आए हैं.