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India Daily

हमास चीफ हानिया की हत्या के बाद कैसे हैं मध्य-पूर्व के हालात? 10 प्वाइंट में समझ लें हर एक बात

Israel Hamas War: बीते दिनों मध्य-पूर्व में कुछ अप्रत्याशित घटनाक्रम हुए. इन घटनाओं ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा. पहला इजरायल द्वारा हिजबहुल्लाह के प्रमुख कमांडर की हत्या और उसके बाद तेहरान में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने आए हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया की रॉकेट हमले में मौत. इन घटनाओं ने पूरे मध्य पूर्व के मुश्किल हालातों को और जटिल बना दिया है.

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Edited By: Shubhank Agnihotri
Ismail Haniyeh
Courtesy: Social Media

Israel Hamas War: तेहरान में हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानिया और बेरूत में लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के एक प्रमुख कमांडर की हत्या के बाद मध्य पूर्व में तनाव उच्च स्तर पर बना हुआ है. ईरान और लेबनान के हिजबुल्लाह ने पहले ही इजरायल से बदला लेने की कसम खाई है. इजरायल पहले से ही गाजा में हमास के साथ पिछले  10 महीनों से युद्ध कर रहा है. दोनों हत्याओं के लिए इजरायल और अमेरिका को दोषी ठहराया जा रहा है. 

इस्माइल हानिया की 31 जुलाई को तेहरान में नए ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के बाद हत्या कर दी गई थी. कतर में रहने वाले 62 वर्षीय हानिया हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख थे. हमास का साल 2007 से गाजा पट्टी पर कब्जा है. 

गोलन हाइट्स का जिम्मेदार

हानिया की हत्या से पहले 30 जुलाई को बेरूत में इजरायली हवाई हमले में हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुक्र की मौत हो गई थी. इस हवाई हमले में तीन महिलाओं और दो छोटे भाई-बहनों की भी जान चली गई थी. इस हमले के पीछे इजरायल ने दावा किया कि 27 जुलाई को गोलन हाइट्स में हुए हमले का जिम्मेदार हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुक्र था. गोलन हाइट्स पर हुए रॉकेट हमले में 12 लोगों की मौत हो गई थी. 

मध्य-पूर्व की ताजा स्थिति

सात अक्तूबर के हमले के बाद इस जंग में अब तक 30 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी अपनी जान गंवा चुके हैं. तमाम अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के बाद भी कोई दोनों पक्षों के बीच कोई शांति समझौता ना हो सका. इस दौरान हमास के राजनीतिक शाखा के प्रमुख की हत्या के बाद मध्य पूर्व के हालात और ज्यादा बिगड़ गए हैं. अमेरिका ने हिंद महासागर से अपने जंगी जहाजों को गल्फ देशों की ओर रवाना कर दिया है. इस पूरे घटनाक्रम से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को सिलसिलेवार जानना जरूरी हो जाता है. इसलिए आगे कुछ बिंदुओं के जरिए उन सभी घटनाक्रमों को जान पाएंगे जो मध्य-पूर्व की ताजा स्थिति को बयां करते हैं. 

दस प्वाइंट में समझें मध्य पूर्व के हालात

  • ईरान ने शनिवार को कहा कि हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानिया की तेहरान में उनके आवास के बाहर से दागी गई कम दूरी की मिसाइल के जरिए हत्या कर दी गई. 
  • एक बयान में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इस घटना के पीछे इजरायल का हाथ होने का आरोप लगाया. IRGC ने इसके अलावा अमेरिका पर इजरायल का समर्थन करने का आरोप लगाया.   IRGC यह भी चेतावनी दी कि इजरायल को उचित समय, स्थान और तरीके से कड़ी सज़ा दी जाएगी.
  • संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने कहा है कि उसे उम्मीद है कि लेबनान के तेहरान समर्थित हिजबुल्लाह समूह इजरायल के अंदर तक हमला करेगा और अब सैन्य लक्ष्यों तक ही सीमित नहीं रहेगा.
  • इजरायल ने कहा कि उसने उत्तरी पश्चिमी तट के तुलकरेम शहर में दो अलग-अलग हवाई हमलों में नौ फिलिस्तीनी आतंकवादियों को मार गिराया है. मारे गए लोगों में एक स्थानीय कमांडर भी शामिल है.
  • रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने कहा है कि वह ईरान और उसके सहयोगी हमास और हिजबुल्लाह की धमकियों के बाद मध्य पूर्व में अतिरिक्त लड़ाकू जेट और नौसेना के युद्धपोत तैनात करेगा.
  • पेंटागन ने कहा कि अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने मध्य पूर्व और यूरोप में अतिरिक्त नौसेना क्रूजर और डेस्ट्रॉयर भेजने को मंजूरी दे दी है. यह  बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिरा सकते हैं.
  • पेंटागन की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने कहा कि अमेरिका को नहीं लगता कि तनाव बढ़ना जरूरी है.  रॉयटर्स ने सिंह के हवाले से कहा कि मुझे लगता है कि हम अपने संदेश में बहुत स्पष्ट हैं कि हम निश्चित रूप से तनाव को नहीं बढ़ाना चाहते हैं और हम मानते हैं कि यहां एक रास्ता है और वह है युद्ध विराम समझौता.
  •  अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने गुरुवार रात कहा था कि वह बहुत चिंतित हैं कि मध्य पूर्व में हिंसा बढ़ सकती है. उन्होंने कहा कि ईरान में हमास के एक शीर्ष नेता की हत्या से इजरायल-हमास युद्ध में संघर्ष विराम के प्रयासों में कोई मदद नहीं मिली है. 
  • भारत ने इज़रायल में अपने नागरिकों से बढ़ते तनाव के बीच सतर्क रहने और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा है. इजरायल में भारतीय मिशन द्वारा जारी एक परामर्श में भारतीयों को सुरक्षित आश्रयों के पास रहने का निर्देश दिया गया है.
  • गुरुवार को लेबनान में भारतीय दूतावास ने भारतीयों से देश छोड़ने का कड़ा आग्रह किया था. एयर इंडिया ने शुक्रवार को 8 अगस्त तक तेल अवीव के लिए उड़ानों पर रोक लगा दी है.