लेबनान पर हवाई हमलों में हिजबुल्लाह के लीडर्स को मारने के बाद रविवार को इजरायली वायु सेना ने यमन में हूतियों ठिकानों पर हमले किए. एक बयान में इजरायली सेना ने कहा कि इसके हमलों में यमन के बिजली संयंत्र और तेल आयात करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले समुद्री बंदरगाह को निशाना बनाया गया. रॉयटर्स के अनुसार, यमन के होदेदाह बंदरगाह पर हवाई हमले किए गए थे. यह हिजबुल्लाह द्वारा अपने प्रमुख हसन नसरल्लाह और एक अन्य प्रमुख व्यक्ति नबील कौक की बेरूत पर इज़रायली हमलों में हत्याओं के बाद अपने वरिष्ठ कमांडर अली कराकी की मौत की पुष्टि के कुछ घंटों बाद हुआ.
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने एक बयान में कहा कि लेबनान में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर अब्बास निलफोरुशन की हत्या अनदेखी नहीं जाएगी. देश ने इजरायल की कार्रवाइयों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलाने का भी आह्वान किया. इस बीच, संभावित जवाबी कार्रवाई की आशंका में इजरायल के सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि नसरल्लाह की हत्या एक ऐतिहासिक मोड़ है, जो मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन को बदल सकता है हालांकि उन्होंने आने वाले "चुनौतीपूर्ण दिनों" के बारे में चेतावनी दी.
इजरायल-लेबनान सीमा पर लड़ाई रात भर जारी रही, लेबनान ने घातक इजराइल हमलों के बाद वेस्ट बैंक में एक प्रक्षेपास्त्र लॉन्च किया. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, भारी बमबारी में 700 से अधिक लोग मारे गए हैं और लगभग 118,000 लोग विस्थापित हुए हैं . शुक्रवार को बेरूत में हवाई हमलों में कम से कम 11 लोग मारे गए और 108 घायल हो गए, जो पिछले एक साल में लेबनान की राजधानी में हुआ सबसे बड़ा विस्फोट था.
लेबनान स्थित हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह के खिलाफ इजरायल द्वारा हवाई हमले शुरू करने के बाद 1,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और 6,000 से अधिक घायल हुए हैं. अब, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी UNHCR ने कहा है कि 70,000 से अधिक लोग देश छोड़कर भाग गए हैं. लेबनान के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा है कि इजरायल के हवाई हमले अभियान में रविवार को लेबनान में कम से कम 105 लोगों की मौत हो गई.