'मैं 34 साल की वर्जिन हूं', महिला ने बताया क्यों नहीं किया अब तक SEX
34 साल की लॉरेन हार्किंस ने कहा कि वह अभी तक वर्जिन हैं और उन्होंने एक बार भी सेक्स नहीं किया है. हार्किंस ने सेक्स से दूर रहने की सबसे अच्छी बात भी बताई.
34 साल की लॉरेन हार्किंस ने कहा कि वह अभी तक वर्जिन हैं और उन्होंने एक बार भी सेक्स नहीं किया है. हार्किंस ने सेक्स से दूर रहने की सबसे अच्छी बात भी बताई. पोर्टलैंड के मेन की रहने वाली लॉरेन ने कहा कि उन्हें अपने वर्जिन होने पर कोई शर्म या परेशानी महसूस नहीं होती. बल्कि, वह इसे एक सकारात्मक अनुभव मानती हैं. लॉरेन कहती हैं कि अपने ऊपर संयम रखने का उन्हें वो लाभ मिलता है जो उनकी उम्र की अन्य महिलाओं को नहीं मिलता. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि मैंने खुद को कई समस्याओं और जटिल परिस्थितियों से बचा लिया है.' लॉरेन का मानना है कि उनका यह निर्णय उन्हें भावनात्मक चोट और पिछली असफलताओं से मिलने वाले "बोझ" से मुक्त रखता है, जिससे कई लोग गुजरते हैं.
सही व्यक्ति का इंतजार
लॉरेन का कहना है कि वह जल्दबाजी में सेक्स नहीं करना चाहतीं. उन्होंने कहा कि वह अपनी अविवाहित स्थिति से संतुष्ट हैं और किसी गलत आदमी के साथ बिस्तर पर जाने के बजाए अविवाहित रहना पसंद करेंगीं. लॉरेन का कहना है कि वह शारीरिक संबंध बनाने के लिए एक मजबूत भावनात्मक और आध्यात्मिक जुड़ाव को प्राथमिकता देती हैं. उनके अनुसार, "कैजुअल सेक्स से जुड़ी भावनात्मक क्षति को लोग कम आंकते हैं. मुझे इस तरह के जीवन में कोई आकर्षण नहीं दिखता."
उन्होंने यह भी कहा कि जब सही समय आएगा, तो वह एक अंतरंग रिश्ते का अनुभव करना चाहेंगी, लेकिन इस पर जल्दबाजी करने का उनका कोई इरादा नहीं है.
सिंगल रहने के फायदे
लॉरेन ने अपने सिंगल जीवन की सकारात्मकता पर जोर देते हुए कहा कि इसने उन्हें स्वतंत्र और खुश रहने का मौका दिया है. उनका कहना है कि उन्होंने कभी किसी सामाजिक दबाव के कारण या "बस कर लेने के लिए" कोई कदम नहीं उठाया. उनके अनुसार, सिंगल रहने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि उनके पास किसी भी तरह का भावनात्मक "बोझ" नहीं है. साथ ही, वह अपनी जिंदगी अपने अनुसार जी रही हैं और नए अनुभवों का आनंद ले रही हैं.
रिश्तों और शादी को लेकर विचार
लॉरेन का कहना है कि उन्होंने कभी यह तय नहीं किया था कि वह 34 साल की उम्र तक वर्जिन रहेंगी. लेकिन, डेटिंग उनके जीवन में प्राथमिकता नहीं रही. उन्होंने कहा, "मुझे पता था कि मैं अपनी किशोरावस्था और बीसवें सालों में इसके लिए तैयार नहीं थी. अब अपने तीसवें दशक में, मैं इस संभावना के लिए तैयार हूं कि मैं अकेली न रहूं." हालांकि, वह शादी और बच्चों में कोई खास रुचि नहीं रखतीं, लेकिन एक दीर्घकालिक साथी के लिए उनका मन अब थोड़ा खुला है.
'हर कोई अपनी रफ्तार से चलता है'
लॉरेन का मानना है कि हर इंसान को अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर जीने का हक है. उनके अनुसार, "हर कोई अपनी गति से चलता है, और इसमें कुछ भी गलत नहीं है." उनकी कहानी हमें यह संदेश देती है कि सामाजिक मान्यताओं से परे जाकर, अपनी शर्तों पर खुश और संतोषजनक जीवन जीना भी संभव है.