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India Daily

3 साल की बच्ची के हाथ लगा 3,800 साल पुराना 'खजाना', जानें कैसे हुआ ये करिश्मा?

इज़राइल के अज़ेका पुरातात्विक स्थल से रोचक खबर सामने आई है. यहां एक तीन साल की बच्ची ने अपने परिवार के साथ सैर के दौरान 3,800 साल पुराना एक स्कारब ताबीज ढूंढ निकाला.

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Edited By: Garima Singh
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Courtesy: x

3800-Year-Old Egyptian Treasure: इज़राइल के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित तेल अज़ेका पुरातात्विक स्थल से रोचक खबर सामने आई है. यहां एक तीन साल की जिव नित्ज़न नाम की नन्हीं बच्ची ने अपने परिवार के साथ सैर के दौरान 3,800 साल पुराना एक स्कारब ताबीज ढूंढ निकाला. यह अनमोल खजाना प्राचीन मिस्र और कनान सभ्यताओं के बीच के सांस्कृतिक संबंधों की गवाही देता है. इस खोज ने जिव को रातोंरात मशहूर कर दिया. 

जिव अपने परिवार के साथ तेल अज़ेका के ऐतिहासिक स्थल पर घूमने गई थी. उसकी बहन ओमर नित्ज़न ने बताया, "हम रास्ते पर चल रहे थे, तभी जिव नीचे झुकी और ढेर सारे पत्थरों में से उसने एक खास पत्थर को उठालिया.'' ओमर ने आगे कहा, "मैंने अपने माता-पिता को  खूबसूरत पत्थर दिखाने के लिए बुलाया, और हमें तुरंत समझ आ गया कि यह कोई साधारण चीज नहीं, बल्कि एक पुरातात्विक खोज है." इस छोटी सी घटना ने जिव को सुर्खियों में ला दिया.

इज़राइल पुरावशेष प्राधिकरण ने की सराहना

परिवार ने इस खोज की जानकारी तुरंत इज़राइल पुरावशेष प्राधिकरण (आईएए) को दी. IAA ने जिव की ईमानदारी और जागरूकता की प्रशंसा करते हुए उसे एक विशेष प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया. IAA के निदेशक एली एस्कुसिडो ने कहा, "जिव और उनका परिवार इस खोज को इज़राइल के राष्ट्रीय खजाने को सौंपने के लिए बधाई के पात्र हैं.  उनके इस योगदान की वजह से हर कोई इस खजाने को देख सकेगा. 

स्कारब का ऐतिहासिक महत्व

विशेषज्ञों के मुताबिक, यह स्कारब ताबीज संभवतः मिस्र में बनाया गया था और हजारों साल पहले कनान क्षेत्र में लाया गया. प्राचीन मिस्रवासियों के लिए यह भृंग पवित्र माना जाता था, जो नए जीवन का प्रतीक था. तेल अवीव विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ओडेड लिप्सचिट्स ने बताया, "हमारी टीम पिछले 15 सालों से इस क्षेत्र में खुदाई कर रही है. जिव द्वारा खोजा गया स्कारब मिस्र और कनान के बीच गहरे संबंधों को दर्शाता है.' उन्होंने कहा, "यहां मिले अवशेष बताते हैं कि मध्य और उत्तर कांस्य युग में तेल अज़ेका जूडियाई तराई का एक प्रमुख शहर था.'

बाइबिल से जुड़ा तेल अज़ेका का महत्व

तेल अज़ेका का बाइबिल में भी विशेष स्थान है. माना जाता है कि यहीं डेविड और गोलियथ के बीच प्रसिद्ध युद्ध हुआ था. इस खोज ने इस क्षेत्र के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को और उजागर किया है. प्राचीन ताबीजों की विशेषज्ञ डॉ. डेफना बेन-टोर ने बताया, "उस काल में स्कारब का उपयोग मुहरों और ताबीजों के रूप में होता था. ये धार्मिक विश्वासों और सामाजिक स्थिति को दर्शाते थे.''