रूस-यूक्रेन युद्ध में 12,300 बेकसूरों की मौत: संयुक्त राष्ट्र का दावा, लंबी दूरी की मिसालइल और गाइडेड बमों से ज्यादा तबाही
रूस-यूक्रेन युद्ध ने पहले ही हजारों निर्दोष नागरिकों की जान ले ली है, और अब इस संघर्ष में नए हथियारों के इस्तेमाल के कारण मौतों की संख्या में और वृद्धि हो रही है. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, इस युद्ध ने न केवल जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि लाखों लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर भी किया है.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में, संयुक्त राष्ट्र ने एक गंभीर आंकड़ा जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि लगभग तीन सालों से चल रहे इस संघर्ष में 12,300 से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है. इस बयान में यह भी बताया गया है कि हाल के महीनों में ड्रोन, लंबी दूरी के मिसाइलों और गाइडेड बमों के बढ़ते उपयोग के कारण नागरिकों के बीच मौतों की संख्या में और वृद्धि हुई है.
डोनेट्स्क, खेरसोन और ज़ापोरिज़िया क्षेत्रों में भारी तबाही
संयुक्त राष्ट्र की उप उच्चायुक्त, नादा अल-नशीफ ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि रूस ने यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र में और अधिक जमीन कब्जाने के लिए अपनी सैन्य गतिविधियों को तेज कर दिया है, जिसका प्रत्यक्ष असर वहां के नागरिकों पर हुआ है. विशेष रूप से डोनेट्स्क, खेरसोन और ज़ापोरिज़िया क्षेत्रों में युद्ध ने भारी तबाही मचाई है.
अल-नशीफ ने आगे कहा, "हम नागरिकों पर ड्रोन और नई युद्धक तकनीकों के बढ़ते प्रभाव को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हैं. विशेष रूप से रूस द्वारा रिहायशी क्षेत्रों में अत्यधिक विनाशकारी गाइडेड बमों का उपयोग किया गया है, जिससे नागरिकों की जान को खतरा और बढ़ गया है."
मारे जा रहे निर्दोष
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने युद्ध में इस्तेमाल हो रहे नए हथियारों की निंदा की है. विशेष रूप से, रूस के द्वारा किए जा रहे ड्रोन हमलों और गाइडेड बमों के उपयोग ने यूक्रेन के नागरिक क्षेत्रों में काफी तबाही मचाई है. यह युद्ध न केवल सैन्य बलों को प्रभावित कर रहा है, बल्कि निर्दोष नागरिकों को भी गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा रहा है.
इसमें कोई संदेह नहीं है कि युद्ध के कारण मानवीय संकट बढ़ चुका है, और दुनिया भर में लोग इससे होने वाली मानव पीड़ा को लेकर चिंतित हैं. संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवाधिकार संगठनों ने यूक्रेन में नागरिकों के खिलाफ इस प्रकार की हिंसा और युद्ध अपराधों की निंदा की है और इन घटनाओं पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की है.
युद्ध में बढ़ती मानव हानि
रूस-यूक्रेन युद्ध ने पहले ही हजारों निर्दोष नागरिकों की जान ले ली है, और अब इस संघर्ष में नए हथियारों के इस्तेमाल के कारण मौतों की संख्या में और वृद्धि हो रही है. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, इस युद्ध ने न केवल जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि लाखों लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर भी किया है. युद्ध के चलते बुनियादी सुविधाओं का संकट और जीवन की कठिनाई और भी बढ़ गई है.