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11 साल के छात्र ने जगंल में खुद से कम उम्र के लड़के से 2 बार किया रेप, मन नहीं भरा तो ऐसे मिटाई हवस

मंगलवार को कार्डिफ क्राउन कोर्ट में सजा पर सुनवाई के दौरान यह कहा गया कि आरोपी ने पीड़ित को पोर्नोग्राफी दिखाई ताकि वह लड़के को यह विश्वास दिला सके कि वह जो कर रहा है वह सामान्य है. उसने पीड़ित के साथ दो बार जंगली इलाके में एक गद्दे पर बलात्कार किया. उसने पीड़ित से अपना लिंग भी स्पर्श करवाया, उसके साथ मुख मैथुन भी किया.

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Edited By: Gyanendra Sharma
 student abuse boy younger than him
Courtesy: Social Media

एक 11 वर्षीय स्कूली छात्र ने एक छोटे लड़के को बहला-फुसलाकर जंगल में ले जाकर उसके साथ दो बार बलात्कार किया. पीड़ित का कहना है कि कि दुर्व्यवहार के कारण वह डर गया और अपनी कामुकता को लेकर सोच में पड़ गया. डैनियल हैनकॉक्स, जो अब 26 वर्ष का है ने अपने युवा शिकार को बहकाया और उसके साथ जबरन यौन संबंध बनाया, जिसके कारण वे भावनात्मक रूप से टूट गया. वर्षों तक यातना सहने के बाद पीड़िता बाद में साहसपूर्वक सामने आया.

मंगलवार को कार्डिफ क्राउन कोर्ट में सजा पर सुनवाई के दौरान यह कहा गया कि आरोपी ने पीड़ित को पोर्नोग्राफी दिखाई ताकि वह लड़के को यह विश्वास दिला सके कि वह जो कर रहा है वह सामान्य है. उसने पीड़ित के साथ दो बार जंगली इलाके में एक गद्दे पर बलात्कार किया.  उसने पीड़ित से अपना लिंग भी स्पर्श करवाया, उसके साथ मुख मैथुन भी किया. 

बड़े होने पर उसी जगह गया लड़का

सजा सुनाते हुए न्यायाधीश पॉल हॉब्सन ने कहा कि आपने पीड़ित के साथ जो किया उसका प्रभाव बहुत गहरा है. आपके कार्यों के कारण वर्षों तक उसके भावनात्मक स्वास्थ्य पर विनाशकारी प्रभाव पड़ा है. वयस्क होने पर पीड़ित उस जंगली क्षेत्र में गया और उसे वही गद्दा मिला जिसे उसने हटा दिया था. बाद में उसे उसके माता-पिता ने ढूंढ़ लिया और उसके पिता ने उसका वर्णन करते हुए कहा वह बस अपना सिर हिला रहा था, उसके आंसू निकल रहे थे.  पीड़िता ने पुलिस को इस दुर्व्यवहार की सूचना दी और स्टेशन रोड, सेफन कोएड, मेरथाइर टिडफिल निवासी हैनकॉक्स को गिरफ्तार कर लिया गया.

तीन मामलों में दोषी ठहराया गया

उन पर मुकदमा चला और जूरी ने उन्हें 13 वर्ष से कम आयु के एक लड़के के साथ बलात्कार करने, एक बच्चे को यौन क्रियाकलाप में संलग्न होने के लिए उकसाने, एक बच्चे को यौन क्रियाकलाप देखने के लिए मजबूर करने, तथा 13 वर्ष से कम आयु के एक लड़के के साथ गैर-प्रवेशात्मक यौन क्रियाकलाप में संलग्न होने के तीन मामलों में दोषी ठहराया. अदालत को पता चला कि उसका चरित्र पहले से अच्छा था.

पीड़ित लड़के के अदालत में बताया कि बड़े होते हुए मैं अपनी कामुकता और शरीर को लेकर उलझन में थी और सोचता था कि ऐसा क्यों हुआ और मेरे लिए आगे क्या होगा....इससे मुझे कोई परेशानी नहीं हुई क्योंकि मुझे लगा कि यह सामान्य व्यवहार है, मुझे ऐसा नहीं लगता था कि यह गलत है क्योंकि मुझे पता नहीं था कि क्या हो रहा है. जब मुझे सेक्स एजुकेशन के बारे में बताया गया, तो मुझे पुरानी यादें ताज़ा हो गईं और मुझे एहसास हुआ जो मेरे साथ बचपन में हुआ वे गलत था.  उसके कार्यों के कारण मैं खुद को अलग-थलग महसूस करने लगा था. मैं अवचेतन रूप से अपने आस-पास के वातावरण और लोगों के प्रति जागरूक हो गया था और विनम्र हो गया था.

पीड़ित ने बताया कि बाद में उसे चिंता और PTSD का पता चला, उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगा कि (हैनकॉक्स) ने मेरे मस्तिष्क को इस तरह से सोचने के लिए फिर प्रोग्राम कर दिया है. उसने जो किया, उससे मैं यौन रूप से भ्रमित हो गया और मेरे व्यक्तित्व में संकट आ गया... मुझे कोई समाधान नहीं मिल रहा है, लेकिन खुशी है कि सच्चाई सबके सामने आ गई है. मुझे खुशी है कि कानून की नजर में वह मुझे झूठा नहीं साबित कर सकता.

स्टीफन थॉमस ने अपने बचाव में कहा कि अपराध के समय उनका मुवक्किल केवल 11 वर्ष का था तथा उसके बाद से उसने दोबारा कोई अपराध नहीं किया.  न्यायाधीश हॉब्सन ने कहा कि यदि हैनकॉक्स ने वयस्क के रूप में अपराध किया होता, तो उसे 15 से 16 वर्ष के कारावास की लम्बी सजा हो सकती थी, लेकिन चूंकि वह उस समय 11 वर्ष का था, इसलिए उसे वही सजा मिलनी चाहिए जो उसे 11 वर्ष की उम्र में दी जाती. हैनकोक्स को दो वर्ष के सामुदायिक कारावास की सजा सुनाई गई तथा 40 दिन की पुनर्वास गतिविधि पूरी करने का आदेश दिया गया.