Israel-Hamas war: गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि गुरुवार को गाजा पट्टी में दो अलग-अलग इजरायली हमलों में सहायता का इंतजार कर रहे कम से कम 29 फिलिस्तीनी मारे गए. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि पहली घटना में मध्य गाजा पट्टी में अल-नुसीरत शिविर में एक सहायता वितरण केंद्र पर हवाई हमले में आठ लोग मारे गए. वहीं उत्तरी गाजा चौराहे पर सहायता ट्रकों का इंतजार कर रही भीड़ पर इजरायली गोलीबारी में कम से कम 21 लोग मारे गए और 150 से अधिक घायल हो गए.
एक बयान में इजराइल की सेना ने सहायता केंद्रों पर हमला करने से इनकार किया और रिपोर्टों को झूठा बताया. जारी बयान में कहा गया कि आईडीएफ घटना का आकलन उस संपूर्णता के साथ करता है जिसके वह हकदार है. हम मीडिया से भी ऐसा ही करने और केवल विश्वसनीय जानकारी पर भरोसा करने का आग्रह करते हैं.
गाजा संघर्ष ने एन्क्लेव की 2.3 मिलियन आबादी में से अधिकांश को विस्थापित कर दिया है. सहायता पंहुचाने के दौरान अराजक और घातक घटनाएं हुई हैं क्योंकि बेहद भूखे लोग भोजन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. बीते 29 फरवरी को फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि इजरायली बलों ने 100 से अधिक फिलिस्तीनियों की गोली मारकर हत्या कर दी, जब वे गाजा सिटी के पास सहायता पंहुचने का इंतजार कर रहे थे. इजराइल ने इन मौतों के लिए सहायता ट्रकों को घेरने वाली भीड़ को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि पीड़ितों को कुचल दिया गया था.
इजराइल और इस्लामी आतंकवादी हमास के बीच युद्धविराम के प्रयास अब तक विफल रहे हैं. इजराइल ने कहा कि वह एक समझौते की मांग कर रहा है जो इजराइल द्वारा बंधक बनाए गए फिलिस्तीनियों की रिहाई के बदले गाजा में बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करेगा. हमास का कहना है कि एक समझौते से युद्ध समाप्त होना चाहिए.