'सब कुछ बर्बाद हो जाएगा', डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को दी धमकी, बंधकों की रिहाई के लिए दे दी डेडलाइन

कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा कि अगर वे यहां नहीं हैं, तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा और उन्होंने आशंका जताई कि जिन लोगों की रिहाई होनी थी, उनमें से कई लोग वास्तव में पहले ही मर चुके हैं.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को चेतावानी दी है. ट्रंप ने कहा कि हमास ने अगर इजरायल के सभी बंधकों को जल्द रिहा नहीं किया तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा.  उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम समझौता रद्द हो सकता है और ये फिर हमास के लिए बर्बादी का सबब बनेगा. 

कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा कि अगर वे यहां नहीं हैं, तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा  और उन्होंने आशंका जताई कि जिन लोगों की रिहाई होनी थी, उनमें से कई लोग वास्तव में पहले ही मर चुके हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि इस तरह का निर्णय इजरायल पर निर्भर करेगा. मैं अपने लिए बोल रहा हूं. इजरायल इसे रद्द कर सकता है.

यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति की हाल की टिप्पणी की पृष्ठभूमि में आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि युद्धग्रस्त क्षेत्र पर अमेरिकी 'स्वामित्व' की उनकी योजना के तहत गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों को घर लौटने का अधिकार नहीं होगा. यह टिप्पणी उनके प्रशासन के अन्य अधिकारियों के बयानों के विपरीत है , जिन्होंने तर्क दिया था कि ट्रम्प केवल गाजावासियों के अस्थायी पुनर्वास का आह्वान कर रहे थे.

गाजा पर अमेरिका का नियंत्रण?

पिछले सप्ताह ट्रम्प ने गाजा पर नियंत्रण करने की अपनी योजना का विचार प्रस्तुत किया था, जिसके तहत वे इसे अमेरिकी के अधीन ले लेंगे तथा इसे "मध्य पूर्व का रिवेरा" बना देंगे. राष्ट्रपति ने हाल के दिनों में अरब देशों, विशेषकर अमेरिका के सहयोगी जॉर्डन और मिस्र पर गाजा के फिलिस्तीनियों को अपने कब्जे में लेने के लिए दबाव बढ़ा दिया है, जो इस क्षेत्र को अपने भावी गृह क्षेत्र का हिस्सा बताते हैं.

गाजा में इंवेस्स करेगा अमेरिका

ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, हम सुरक्षित समुदायों का निर्माण करेंगे, जहां वे हैं, जहां सारा खतरा है, उससे थोड़ा दूर. इस बीच, उन्होंने कहा कि इसे भविष्य के लिए रियल एस्टेट विकास के रूप में सोचा जाना चाहिए. यह जमीन का एक खूबसूरत टुकड़ा होगा. इसमें कोई बड़ी रकम खर्च नहीं होगी. हालांकि अरब देशों ने ट्रम्प के प्रस्ताव की कड़ी निंदा की है और अमेरिकी राष्ट्रपति मंगलवार को व्हाइट हाउस में जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय की मेजबानी करने वाले हैं.