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India Daily

वीडियो में 'अल्लाहु अकबर' कहने वाले जिपलाइन ऑपरेटर को एनआईए ने किया तलब-सूत्र

भट्ट ने बताया कि कैसे एक ज़िपलाइन ऑपरेटर ने "अल्लाहु अकबर" चिल्लाया और उसके तुरंत बाद गोलीबारी शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि ज़िपलाइन पर चढ़ने से पहले ही उनकी पत्नी, बेटा और चार अन्य लोग सुरक्षित रूप से पार हो गए थे.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Zipline operator
Courtesy: Social Media

सूत्रों के अनुसार, पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद , एक वीडियो में "अल्लाहु अकबर" चिल्लाते हुए सुनाई देने वाले जिपलाइन ऑपरेटर को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है. सूत्रों ने बताया कि हमले के बाद मौके पर मौजूद सभी लोगों को जांच एजेंसियों ने पूछताछ के लिए बुलाया था. जिपलाइन ऑपरेटर को अब फिर से बुलाया गया है और एजेंसियों द्वारा उससे पूछताछ की जाएगी. यह पहलगाम से एक वीडियो के सामने आने के बाद हुआ है, जिसे ऋषि भट्ट नाम के एक व्यक्ति ने रिकॉर्ड किया था.

भट्ट ने बताया कि कैसे एक ज़िपलाइन ऑपरेटर ने "अल्लाहु अकबर" चिल्लाया और उसके तुरंत बाद गोलीबारी शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि ज़िपलाइन पर चढ़ने से पहले ही उनकी पत्नी, बेटा और चार अन्य लोग सुरक्षित रूप से पार हो गए थे. उन्होंने कहा कि उस समय जिपलाइन ऑपरेटर ने "अल्लाहु अकबर" नहीं कहा था. हालांकि, भट्ट ने दावा किया कि जब वह जिपलाइन पर थे, तो ऑपरेटर ने तीन बार चिल्लाकर कहा और कुछ ही देर बाद गोलीबारी शुरू हो गई.

ज़िपलाइन रस्सी रोकी और भाग

उन्होंने बताया कि उन्हें यह समझने में 15-20 सेकंड लगे कि असल में गोलीबारी शुरू हो गई है. भट्ट के अनुसार, उनके वीडियो में एक व्यक्ति नीचे गिरता हुआ दिखाई दे रहा था, जिससे उन्हें एहसास हुआ कि कुछ गंभीर गड़बड़ है. उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्होंने अपनी ज़िपलाइन रस्सी रोकी, लगभग 15 फीट की ऊंचाई से नीचे कूद गए और अपनी पत्नी और बेटे के साथ भागना शुरू कर दिया. भट्ट ने कहा कि उस समय उनका एकमात्र विचार अपनी और अपने परिवार की जान बचाना था. भट्ट ने फिर बताया कि वे कैसे मौके से भागने में सफल रहे .

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए एक दुर्लभ और घातक आतंकवादी हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए. इस हमले को इस क्षेत्र में सबसे खराब हमलों में से एक बताया जा रहा है. यह हमला तब हुआ जब वर्दीधारी आतंकवादियों के एक समूह ने बैसरन घास के मैदान में पर्यटकों पर गोलीबारी की.

हमले के बाद बढ़ा तनाव

हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ़ कई कड़े कूटनीतिक और रणनीतिक जवाबी कदम उठाए , जिस पर भारत ने सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. माना जाता है कि प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित समूह लश्कर-ए-तैयबा की शाखा माने जाने वाले द रेजिस्टेंस फ्रंट ने बाद में हमले की जिम्मेदारी ली. जवाब में भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, अटारी में एकीकृत चेक पोस्ट को बंद कर दिया.