नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला के 4 जनवरी को कांग्रेस में शामिल हो सकती है. बीते कई दिनों से कांग्रेस पार्टी से उनकी नजदीकियां सियासी सुर्खियां बन रही थी. ऐसे में इस बात के कयास तेज हो चले है कि वाईएस शर्मिला जल्द ही कांग्रेस का हाथ थाम सकती है. कांग्रेस वाईएस शर्मिला को 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आंध्र प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है. वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की संस्थापक वाईएस शर्मिला मौजूदा समय में इस पार्टी की अध्यक्ष है.
वाईएस शर्मिला का यह कदम तेलंगाना में विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने और राज्य में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का प्रभुत्व खत्म करने के कुछ दिनों बाद आया है. माना जा रहा है कि कांग्रेस आंध्र प्रदेश में पार्टी को पुनर्जीवित करने के लिए वाईएस शर्मिला के चेहरे को आगे कर सकती है. तेलंगाना में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले वाईएस शर्मिला ने कांग्रेस पार्टी के लिए अपना समर्थन दोहराया था. उन्होंने वोटों के बंटवारे को रोकने के लिए तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाला चुनाव लड़ने से भी इनकार कर दिया है, जिससे तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव को फायदा हो सकता था.
वाईएस शर्मिला ने कहा था कि मैं कांग्रेस पार्टी को समर्थन दे रही हूं क्योंकि कांग्रेस पार्टी के पास तेलंगाना विधानसभा चुनाव में जीतने की संभावना है. केसीआर ने अपने 9 साल के कार्यकाल में लोगों से किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया है और यही एकमात्र कारण है कि मैं नहीं चाहती कि केसीआर सत्ता में आएं. मैं वाईएसआर की बेटी के रूप में कांग्रेस का समर्थन करती हूं.