पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रोटेस्ट कर रहे डॉक्टरों के बीच पहुंच गईं. कोलकाता में स्वास्थ्य भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों के बीच जाकर ममता बनर्जी ने कहा कि मेरा पद नहीं, लोगों का पद बड़ा है. मैं मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि आपकी दीदी बनकर आपसे मिलने आई हूं.
पिछले महीने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के बाद से डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और मंगलवार को पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय स्वास्थ्य भवन के बाहर धरना शुरू कर दिया. तब से राज्य सरकार और डॉक्टरों के बीच बातचीत के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन वे रुक रहे हैं. हाल ही में प्रदर्शनकारियों की बातचीत की लाइवस्ट्रीमिंग की मांग के कारण.
ममता बनर्जी सोमवार को विरोध स्थल पर पहुंचीं और उन्होंने डॉक्टरों से बातचीत करते हुए कहा कि क्या वह डॉक्टरों से बात कर सकती हैं. नारेबाजी के बीच उन्होंने बंगाली में कहा कि कृपया पांच मिनट तक मेरी बात सुनें और फिर नारे लगाएं, ऐसा करना आपका लोकतांत्रिक अधिकार है. मैं लंबे समय से इंतजार कर रही हूं. अपने सुरक्षा अधिकारियों की सलाह के खिलाफ, मैं यहां आपके विरोध को सलाम करने आई हूं. मैं भी छात्र आंदोलनों का हिस्सा रही हूं, मुझे पता है कि मेरा पद कोई बड़ी बात नहीं है, आपकी आवाज बड़ी बात है. पूरी रात बारिश हो रही थी और आपको तकलीफ हुई. मैं भी सो नहीं पाई क्योंकि मुझे बुरा लग रहा है.
#WATCH | Kolkata: West Bengal CM Mamata Banerjee says, "I have come forward by leading the student movement, I have also struggled a lot in my life, I understand your struggle. I am not worried about my position. It rained all night yesterday, you were sitting here protesting, I… pic.twitter.com/uZ7dThEJ77
— ANI (@ANI) September 14, 2024
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि काम पर लौट जाओ. मैं सुनिश्चित करूंगी कि कोई अन्याय न हो. मैं हर अस्पताल में समितियां बनाऊंगी, जिसमें वरिष्ठ और कनिष्ठ डॉक्टर सदस्य होंगे. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे दंडित किया जाएगा, ऐसा नहीं है कि वे मेरे दोस्त हैं. कृपया आपस में बात करें और काम पर लौट जाएं मैं कोई कार्रवाई नहीं करूंगी. यदि आप मुझ पर भरोसा रखते हैं, तो मैं आपकी शिकायतों पर गौर करूंगी.
इसके पहले सीएम ममता बनर्जी तीन बार प्रोटेस्ट कर रहे डॉक्टरों से बातचीत की पहल कर चुकी हैं. हालांकि डॉक्टरों ने उनके प्रस्ताव का खारिज कर दिया. आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रेप-मर्डर केस को लेकर जूनियर डॉक्टर्स 36 दिनों से हड़ताल पर हैं.