राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत आज उत्तर प्रदेश के गोरखपुर पहुंच रहे हैं. गोरखपुर में ही आज उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ उनसे मुलाकात कर सकते हैं. यह मुलाकात ऐसे समय पर होने जा रही है जब संघ और बीजेपी के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में चर्चाएं हैं कि क्या योगी आदित्यनाथ बीजेपी की ओर से पक्ष रखकर आरएसएस की नाराजगी दूर कर पाएंगे. कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में अनदेखी किए जाने के चलते RSS इन दिनों बीजेपी से नाराज है.
हाल ही में मोहन भागवत ने मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर यह तक कह दिया था कि सरकार को अहंकार नहीं पालना चाहिए और इस समस्या का समाधान खोजना चाहिए. हालांकि, इस पर आरएसएस की ओर से सफाई भी आई कि मोहन भागवत ने ये बातें नरेंद्र मोदी की आलोचना में नहीं कही थीं. आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने भी अपने एक बयान से बीजेपी को असहज स्थिति में डाल दिया था लेकिन उन्होंने भी अपने बयान पर सफाई दे दी है. अब उम्मीद जताई जा रही है कि योगी और भागवत की मुलाकात के बाद इन तल्खियों को कम किया जा सकेगा.
दरअसल, इस बार लोकसभा चुनाव में आरएसएस की सक्रियता कम देखी गई. सुगबुगाहट है कि जमीन पर आरएसएस के सक्रिय न होने से चुनाव में बीजेपी को नुकसान हुआ और अब उसे अपनी इस गलती का एहसास हो रहा है. चुनाव के दौरान बीजेपी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने तो यहां तक कह दिया था कि अब बीजेपी को आरएसएस की जरूरत नहीं है. हैरानी की बात यह थी कि इस बयान के लिए नड्डा ने कोई सफाई नहीं दी.