Year Ender 2024: राष्ट्रीय राजनीति और अंतर्राष्ट्रीय मामलों से लेकर पर्यावरण संबंधी चिंताओं और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में प्रगति तक, यहां वे शीर्ष 10 मुद्दे दिए गए हैं, जिन्होंने साल 2024 में सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा.
ईरान-इजरायल तनाव
ईरान-इजराइल विवाद एक लंबे समय से चल रहा संघर्ष है जिसमें ईरान और इजराइल के बीच क्षेत्रीय और धार्मिक मतभेद हैं. ईरान इजराइल को अपने अस्तित्व के लिए खतरा मानता है, जबकि इजराइल ईरान के परमाणु कार्यक्रम को अपनी सुरक्षा के लिए खतरा मानता है. यह संघर्ष मध्य पूर्व में भारी तनाव का कारण है.
बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट और अस्थिरता लगातार बढ़ रही है, विशेष रूप से विपक्षी दलों द्वारा चुनावी धोखाधड़ी के आरोपों के कारण. प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी पर सत्ता में बने रहने के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया का उल्लंघन करने के आरोप हैं. यह संकट देश की राजनीति और समाज में गहरे विभाजन का कारण बन रहा है.
कोलकाता आरजी कर केस
आरजी कर रेप-मर्डर केस एक दिल दहला देने वाली घटना थी, जिसमें एक लड़की के साथ गैंगरेप कर उसे हत्या कर दी गई थी. यह मामला चिकित्सा संस्थान में सुरक्षा की कमी और सामाजिक अपराध की ओर इशारा करता है. इसके परिणामस्वरूप, न्याय की मांग के लिए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए.
सेक्शन 6A और सिटिजेनशिप
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 6A का उद्देश्य असम समझौते के तहत असम में 1971 के बाद प्रवासित व्यक्तियों की नागरिकता पर नियम तय करना था. यह प्रावधान विवादित है क्योंकि इसे असमिया नागरिकों की सुरक्षा और उनके मूल अधिकारों पर असर डालने के रूप में देखा जाता है. इसे लेकर असम में विरोध और संघर्ष जारी है.
वन नेशन, वन इलेक्शन
"एक देश, एक चुनाव" की बहस यह सवाल उठाती है कि क्या भारतीय संसद और राज्य विधानसभाओं के चुनावों को एक साथ आयोजित करना लोकतंत्र के लिए फायदेमंद होगा. इसके समर्थक इसे खर्च और समय की बचत के रूप में देखते हैं, जबकि आलोचक इसे लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के हनन के रूप में मानते हैं. इस पर देशभर में अलग-अलग राय हैं.
सीरिया में तख्तापलट
सीरिया में पिछले कई वर्षों से जारी गृह युद्ध और राजनीतिक उथल-पुथल ने पूरे क्षेत्र को अस्थिर कर दिया है. सरकार, विपक्ष, और विदेशी ताकतों के बीच संघर्ष ने लाखों लोगों की जान ली और विशाल मानवीय संकट उत्पन्न किया. इस युद्ध के परिणामस्वरूप सीरिया का समाज और अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है.
भारत-कनाडा डिप्लोमेटिक तनाव
भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक तनाव उस समय बढ़ा जब कनाडा ने खालिस्तानी संगठनों को समर्थन देने के आरोप लगाए. भारत ने इसे अपनी संप्रभुता के खिलाफ माना और कनाडा से सख्त जवाब मांगा. यह विवाद दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित कर रहा है.
Nestle और MDH विवाद
नेस्ले और एमडीएच जैसे प्रमुख ब्रांडों के खिलाफ कई बार विवाद उठ चुके हैं, जिसमें उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर प्रभाव और खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए हैं. नेस्ले के लिए "मैगी" मामले ने बड़ा विवाद खड़ा किया था, जबकि एमडीएच पर भी कथित रूप से मानक और गुणवत्ता पर सवाल उठे थे. ये विवाद इन कंपनियों की विश्वसनीयता पर असर डालते हैं.
हीटवेव
गर्मी की लहरें अब अधिक तीव्र और लंबी होती जा रही हैं, जो वैश्विक तापमान वृद्धि का संकेत हैं. अत्यधिक गर्मी से जीवन जीने की स्थिति कठिन हो रही है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में. इसके कारण जलवायु परिवर्तन के असर और लोगों की सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है.
इमरजेंसी के 50 साल
1975 में भारत में घोषित आपातकाल का 50वां वर्ष लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्थिरता और संविधान की महत्ता को पुनः जागृत करने का समय है. आपातकाल ने मीडिया की स्वतंत्रता, न्यायपालिका और नागरिक अधिकारों पर कड़ा प्रहार किया था. यह भारत के लोकतंत्र के इतिहास का एक काले अध्याय बना रहा.