Kiren Rijiju on Congress: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान शनिवार (14 दिसंबर) को कांग्रेस पर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को उनका हक़ न देने का आरोप लगाया. इस दौरान केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर हमला किया, साथ ही उस पत्र का भी जिक्र किया जो पहले कानून मंत्री डॉ बीआर अंबेडकर ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा देते समय उन्हें लिखा था.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, किरेन रिजिजू ने यह भी कहा कि कांग्रेस को अपने पापों को कम करने के लिए बाबा साहब आंबेडकर से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही साल 1952 के चुनाव में बाबा साहब आंबेडकर को हराया था. साथ ही रिजिजू ने बाबा साहब आंबेडकर को भारत रत्न दिए जाने में देरी पर भी सवाल उठाए और कहा कि संविधान के मुख्य निर्माता को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से तब सम्मानित किया गया, जब केंद्र में बीजेपी की सरकार आई. साथ ही उन्होंने विपक्ष के इस दावे पर सवाल उठाया कि अल्पसंख्यकों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है.
कांग्रेस ने नहीं दिया बाबा साहब आंबेडकर को उनका हक
इसके साथ ही किरेन रिजिजू ने कहा कि महात्मा गांधी ने नेहरू से कहा था कि वे श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ अंबेडकर को भी पहले मंत्रिमंडल में शामिल करें. उन्होंने कहा कि अर्थशास्त्र में रुचि रखने वाले अंबेडकर एक ऐसा मंत्रालय चाहते थे जहां वे अर्थव्यवस्था में योगदान दे सकें.
रिजिजू ने कहा, "उन्होंने नेहरू से कहा था कि उनकी पहली प्राथमिकता अर्थव्यवस्था है, लेकिन उन्हें वे मंत्रालय नहीं मिले. उन्हें किसी कैबिनेट समिति में भी शामिल नहीं किया गया. उन्हें इस बात से निराशा हुई कि उन्हें कोई अवसर नहीं दिया जा रहा था. उन्हें योजना विभाग भी नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि उन्हें सजावटी विभाग में कोई दिलचस्पी नहीं है.
कांग्रेस ने चुनावों में अंबेडकर की हार सुनिश्चित की
रिजिजू ने कहा कि अंबेडकर सांसद के रूप में वापस लौटना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने चुनावों में उनकी हार सुनिश्चित की. उन्होंने जोर देकर कहा कि अंबेडकर ने लिखा था कि कांग्रेस के नेता नेहरू ने अनुसूचित जातियों के कल्याण के बारे में एक बार भी बात नहीं की, हालांकि मुसलमानों के प्रति उनकी सहानुभूति थी, और आश्चर्य है कि दलितों को एक पार्टी के रूप में कांग्रेस से क्या सहानुभूति की उम्मीद हो सकती है.
किरेन रिजिजू ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर साधा निशाना
शनिवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद सबसे पहले किरेन रिजिजू का ही संबोधन हुआ. संविधान को अपनाने के 75 साल पूरे होने पर लोकसभा में चल रही बहस में संसदीय कार्य मंत्री ने आगाह करते हुए कहा, "हमारे शब्दों या हमारे काम से वैश्विक मंचों पर देश की छवि ख़राब नहीं होनी चाहिए." विपक्षी पार्टियों खास तौर पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए किरेन रिजिजू ने कहा, "भारत में सभी को समान वोट देने का अधिकार दिया गया है, लेकिन कुछ लोग दावा करते हैं कि अल्पसंख्यकों को कोई अधिकार नहीं दिए गए हैं."