Kedarnath Non Hindus Entry Ban: उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थस्थल केदारनाथ में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग जोर पकड़ रही है. यह मांग स्थानीय विधायक आशा नौटियाल ने की है. उनका कहना है कि कुछ गैर हिंदू तत्व इस पवित्र धाम की गरिमा को ठेस पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं, जिसके चलते उन पर रोक लगाना आवश्यक हो गया है.
गैर हिंदुओं पर प्रतिबंध की मांग क्यों उठी?
विधायक आशा नौटियाल के अनुसार, कुछ गैर हिंदू लोग केदारनाथ धाम में मांस, मछली और शराब जैसी वस्तुएं परोसने का काम कर रहे हैं, जिससे धार्मिक स्थल की पवित्रता प्रभावित हो रही है. उन्होंने कहा, ''हमारा लक्ष्य ऐसे तत्वों की पहचान कर उन पर प्रतिबंध लगाना है, ताकि तीर्थस्थल की पवित्रता बनी रहे.''
#WATCH | Dehradun, Uttarakhand: BJP MLA from Kedarnath assembly seat Asha Nautiyal says, "There was a meeting held recently regarding the Yatra management at Kedarnath... Some people raised an issue that some incidents take place which go unnoticed. I also agree if some people… pic.twitter.com/vDgUEh4e5f
— ANI (@ANI) March 16, 2025
प्रशासनिक बैठक में उठा मुद्दा
बता दें कि हाल ही में प्रदेश के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने स्थानीय प्रशासन और जनता के साथ बैठक की थी, जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा हुई. बैठक में यह सुझाव दिया गया कि केदारनाथ की गरिमा को बनाए रखने के लिए ऐसे व्यक्तियों की पहचान कर उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए.
राजनीतिक दलों और संगठनों की प्रतिक्रिया
केदारनाथ की धार्मिक परंपराओं को बनाए रखने के समर्थन में कई हिंदू संगठनों ने प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की है. वहीं, कुछ राजनीतिक दलों और मानवाधिकार संगठनों ने इस मांग पर सवाल उठाते हुए इसे संविधान के मौलिक अधिकारों के खिलाफ बताया है.
सरकार के रुख पर टिकी निगाहें
फिलहाल, राज्य सरकार की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. अगर इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया जाता है, तो यह कानूनी और सामाजिक स्तर पर व्यापक बहस का विषय बन सकता है. अब देखना यह है कि सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है.