'हम इंडिया ब्लॉक को सपोर्ट करेंगे यदि...', BJP की प्रॉक्सी कहे जाने पर क्या बोले इंजीनियर राशिद?

Engineer Rashid: बारामुल्ला के सांसद इंजीनियर राशिद ने खुद को बीजेपी का प्रॉक्सी बताए जाने वाले दावों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि वह इंडिया ब्लॉक का समर्थन करने के लिए तैयार हैं बस उन्हें उनकी एक शर्त माननी होगी. इस दौरान उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर भी अपने विचार व्यक्त किए.

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Engineer Rashid: अवामी इत्तेहाद पार्टी (AIP) के सुप्रीमो शेख अब्दुल राशिद उर्फ ​​इंजीनियर ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में आगामी चुनावों के लिए उन्हें भाजपा का प्रॉक्सी होने के दावों को खारिज कर दिया.  उन्होंने कहा कि अगर इंडिया ब्लॉक केंद्र में सत्ता में आने पर केंद्र शासित प्रदेश में अनुच्छेद 370 को बहाल करने का वादा करता हैं तो वह उसका साथ देंगे. 

बारामूला से लोकसभा सांसद इंजीनियर राशिद ने गुरुवार को कहा कि अगर इंडिया अलायंस हमें आश्वासन देता है कि वह दिल्ली में सत्ता में आने पर अनुच्छेद 370 को बहाल करेगा, तो मैं अपने हर उम्मीदवार से कहूंगा कि वे अपने समर्थकों का एक-एक वोट उन्हें दें. 

कश्मीर मुद्दे का समाधान

राशिद को साल 2019 में यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया गया था.  वह जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार करने के लिए अदालत द्वारा अंतरिम जमानत पर रिहा होने के बाद 11 सितंबर को जेल से बाहर आए थे. बारामुल्ला के सांसद ने कहा कि यदि भारत को वैश्विक नेता के रूप में देखा जाना है तो उसे सबसे पहले कश्मीर मुद्दे का समाधान करना होगा.

इसका पता कैसे लगाएंगे?

उन्होंने कहा कि अगर भारत को विश्वगुरु बनना है तो कश्मीर का समाधान करना होगा. अगर आपके पास (मोदी) कोई बेहतर समाधान है तो कृपया हमें बताएं.  आप कह रहे हैं कि दूसरा पक्ष (कश्मीर) इस पक्ष में शामिल होना चाहता है. यह सच भी हो सकता है लेकिन हम इसका पता कैसे लगाएंगे? जेल से रिहा होने के कुछ समय बाद ही इंजीनियर रशीद ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए खुद को बीजेपी का प्रॉक्सी होने के दावों को खारिज करते हुए कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी का शिकार हुए हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें उत्तरी कश्मीर से बीजेपी के प्रॉक्सी उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए मजबूर किया गया था हालांकि इससे मैंने इंकार कर दिया था. 

उमर अब्दुल्ला पर बोला हमला

राशिद ने कहा कि मैं चर्चा में कड़वाहट नहीं जोड़ना चाहता... मुझे (जेल) कैदियों को मिलने वाली बुनियादी सुविधाएं नहीं दी गईं क्योंकि मैंने भाजपा के उम्मीदवार, तीसरे स्थान पर रहे (सज्जाद लोन) का समर्थन करने से इंकार कर दिया था. मुझे डेढ़ महीने तक मानसिक रोगियों के वार्ड में रखा गया था.  अगर सच्चाई के लिए यह कीमत चुकानी पड़े तो मुझे कोई अफसोस नहीं है. राशिद ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर भी हमला बोला और कहा कि वे लोगों के मुद्दों पर बात नहीं करते.