महाराष्ट्र चुनाव पर होगा सिद्दीकी कांड का असर! महायुति की ओर से सीएम पद के लिए मुस्लिम चेहरे पर चर्चा

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावम में महज कुछ महिने का समय बचा है. इससे पहले सिद्दीकी कांड ने राज्य के रुख को बदल दिया है. यह दावा किया जा रहा है कि महाविकास अघाड़ी किसी मुस्लिम चेहरे को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर सकती है.

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Shanu Sharma

Maharashtra Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सिद्दीकी कांड ने राज्य की राजनीति को नया रुख दिया है. एक ओर इस मामले में पुलिस जांच कर रही है. वहीं दूसरी तरफ दावा किया जा रहा है कि महाविकास अघाड़ी किसी मुस्लिम चेहरे को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर के इस मौके का फायदा उठाने की पूरी कोशिश करेगी.

इस घटना के बाद कई राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी रणनीति बनानी शुरु कर दी है. इस बार जातीय समीकरण,धार्मिक ध्रुवीकरण और वोटिंग पैटर्न  को ध्यान में रखने की कोशिश की जा रही है. राजनीतिक गलियारों में अब इस बात पर चर्चा होना शुरु हो गया है कि मुस्लिम उम्मीदवारों और मुस्लिम वोटरों का बैलेंस कैसे बनाया जा सकता है. एमवीए को लेकर यह बात लगभग फाइनल बताई जा रही है कि वो मुस्लिम समुदाय से एक उप मुख्यमंत्री बनाएंगे.

मुस्लिम मतदाताओं का सपोर्ट

लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाडी को मुस्लिम मतदाताओं ने जमकर सपोर्ट किया था. मुस्लिम बहुसंख्यक मतदाताओं ने धुले,उत्तर मध्य मुंबई, पूर्वोत्तर मुंबई जैसे कई इलाकों में महायुति को हरा दिया था. कुछ राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि मुस्लिम मतदाता किसी भी  हाल में बीजेपी को वोट देना नहीं चाहते हैं. जिसके कारण मुस्लिम मतदाता सीधे तौर पर महाविकास अघाड़ी के पक्ष में मतदान करते हैं। जिसका असर लोकसभा चुनाव और जम्मू-हरियाणा विधानसभा चुनाव में देखने को मिला.

उद्धव ठाकरे का साइलेंट ट्रीटमेंट

एमवीए मुस्लिम सेंटीमेंट को ध्यान में रखते हुए इस बात को सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रही है कि मुस्लिम समुदाय के मतदाता एमआईएम या वंचित बहुजन अघाड़ी की तरफ ना भटक पाए. हालांकि मुस्लिम मतदाताओं पर सभी पार्टियों की नजर है. उद्धव ठाकरे ने वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध कर के मुस्लिम मतदाताओं को अपनी ओर खिंचने की पूरी कोशिश में जुटी है. कुछ रणनीतिकारों का कहना है कि इस विधानसभा चुनाव में भी ध्रुवीकरण होने वाला है.