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India Daily

क्या सीएम नीतीश होंगे इंडिया गठबंधन के संयोजक?  खड़गे के जवाब ने बढ़ाया सस्पेंस, जानें क्या बोले?

Mallikarjun Kharge on INDIA Coordinator: इंडिया गठबंधन का संयोजक कौन होगा इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बड़ा बयान दिया है. खड़गे ने इस बयान ने अब सस्पेंस बढ़ा दिया है.

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Edited By: Purushottam Kumar
Mallikarjun Kharge

हाइलाइट्स

  • नीतीश कुमार को पीएम उम्मीदवार बनाने की हो रही है मांग
  • गठबंधन के संयोजक पर अगले 10-15 दिन में होगा फैसला

Mallikarjun Kharge on INDIA Coordinator: लोकसभा चुनाव 2024 में मोदी सरकार को टक्कर देने के लिए विपक्ष की ओर से इंडिया गठबंधन का ऐलान किया गया है. इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच अब जल्द ही सभी राज्यों में सीट शेयरिंग पर चर्चा होने वाली है.

इंडिया गठबंधन का संयोजक कौन होगा इसको लेकर फिलहाल कोई ऐलान नहीं किया है. इसी बीच इंडिया गठबंधन का संयोजक कौन होगा इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बड़ा बयान दिया है. खड़गे ने गठबंधन के संयोजक के सवाल को लेकर कहा कि यह सवाल कौन बनेगा करोड़पति जैसा है.

'यह सवाल कौन बनेगा करोड़पति जैसा है'

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से जब यह पूछा गया कि क्या इंडिया गठबंधन के संयोजक पद के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नाम विचार किया जा रहा है तो इसके जवाब में खड़गे ने कहा कि यह सवाल कौन बनेगा करोड़पति जैसा है. चिंता मत कीजिए अगले 10-15 दिनों में जब हम बैठक करेंगे तो इस पर निर्णय लिया जाएगा.

नीतीश कुमार को PM उम्मीदवार बनाने की मांग

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन की ओर से पीएम उम्मीदवार बनाने को लेकर जेडीयू के नेताओं ने मांग रखी है. हाल में ही बिहार सरकार के दो मंत्री मदन सहनी और रत्नेश सादा ने कहा था कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के सिर्फ संयोजक ही नहीं बल्कि पीएम उम्मीदवार बनने के भी योग्य हैं.

बीते दिनों बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी ने कहा था कि हमारे नेता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें गठबंधन में अपने लिए कोई आकर्षक पद की इच्छा नहीं चाहिए, लेकिन संयोजक बनाने की बात हो रही हो तो मैं कहना चाहता हूं कि क्यों न उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाए.

बिहार सरकार के एक और मंत्री रत्नेश सादा ने कहा था कि नीतीश कुमार एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने बिहार और अन्य जगहों पर सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों का साथ दिया. अगर उन्हें प्रधानमंत्री का कैंडिडेट नहीं बनाया गया तो केंद्र में फिर से बीजेपी की सरकार बन जाएगी.