चुनाव के बीच पीएम मोदी ने जॉर्जिया मेलोनी को क्यों कर दिया फोन? बड़ी खास है वजह
PM Modi Talk To Giorgia Meloni: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनावों के बीच इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से फोन पर बात की है. इटली की प्रधानमंत्री से पीएम मोदी के बातचीत की वजह काफी खास है. आइए, जानते हैं.
PM Modi Talk To Giorgia Meloni: लोकसभा चुनावों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री से टेलीफोन पर बातचीत की है. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच एक से अधिक मुद्दों पर बातचीत हुई. पीएम मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी को इटली मुक्ति दिवस की शुभकामनाएं भी दीं.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इटली की पीएम से बातचीत की जानकारी दी. उन्होंने ने एक्स पोस्ट में लिखा कि आज इटली की ओर से अपना मुक्ति दिवस मनाए जाने पर प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से बात की और शुभकामनाएं दीं. जून में जी7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. G7 में #G20India के नतीजों को आगे बढ़ाने पर चर्चा की गई. हमारी रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई.
रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर भी हुई चर्चा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी और जॉर्जिया मेलोनी ने रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के साथ-साथ आपसी हित के मुद्दों पर भी बातचीत की. इसके अलावा, दोनों नेताओं के बीच अपने-अपने क्षेत्रीय मुद्दों और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई. जून में इटली में G7 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाना है. इसके लिए जॉर्जिया मेलोनी की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को इन्विटेशन भेजा गया है. इसे लेकर भी पीएम मोदी ने जॉर्जिया मेलोनी को धन्यवाद दिया.
इटली में G-7 शिखर सम्मेलन 13 से 15 जून तक आयोजित किया जाएगा. G-7 यानी ग्रुप ऑफ सेवन दुनिया की 7 बड़ी विकसित और बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों का ग्रुप है. इस ग्रुप में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल है. इस ग्रुप की पहली बैठक 1975 में हुई थी, तब ये छह देशों का समूह था. 1976 में इस ग्रुप में कनाडा शामिल हुआ था. इस ग्रुप में शामिल देशों के मंत्री और ब्यूरोक्रेट्स आपसी हितों के मामलों पर चर्चा के लिए हर साल मुलाकात करते हैं.
G-7 में शामिल देश बारी-बारी से इसकी अध्यक्षता करते हैं. इस बार अध्यक्षता की जिम्मेदारी इटली को मिली है. ग्रुप ऑफ सेवन में शामिल देश दो दिनों तक चलने वाले शिखर सम्मेलन की मेजबानी करते हैं.